विविधा मनोरञ्जक संस्कृत रचनाएं March 28, 2014 / March 28, 2014 by डॉ. मधुसूदन | 7 Comments on मनोरञ्जक संस्कृत रचनाएं -डॉ. मधुसूदन – ***ऐसा कवि जिसने, “ठठं ठठं ठं, ठठठं ठठं ठ” पर कविता रचकर दिखाई; ***ऐसा बलवान, जिसे शीत की बाधा नहीं होती; ***एक साँकल जिस से बंधा पागल दौड़ते फिरता है; ***और खटमल के डर से शिवजी, विष्णुजी और ब्रह्माजी कहां-कहां जा बैठे हैं ***और पढ़िए “चाय-गीता” में पिता-पुत्र का संवाद आज संस्कृत […] Read more » interesting Sanskrit contents मनोरञ्जक संस्कृत रचनाएं