विविधा भारत के लिये जिये जयानन्द भारती- शाक्त ध्यानी February 19, 2010 / December 24, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on भारत के लिये जिये जयानन्द भारती- शाक्त ध्यानी सन् 1857 के संग्राम में सदियों से सोया भारत जैसे जाग उठा था। इस संग्राम की भूमिका बांधने वाले अनेक विचारक, संत, कवि जिस तरह वर्षों से भारतीय समाज को खटखटाते रहे। उसी का परिणाम था कि साढे तीन लाख भारतीयों ने अपनी स्वतन्त्रता के लिए आत्मोत्सर्ग किया। अंग्रेज शासक इस दमन के अन्दर सुलगती […] Read more » Jayanand Bharti जयानन्द भारती