समाज संकट के दौर से गुजर रहा संयुक्त परिवार May 14, 2019 / May 14, 2019 by निर्भय कर्ण | Leave a Comment (15 मई- अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस) निर्भय कर्ण किसी ने यह सच ही कहा है कि ‘‘दिल छोटा और बड़ा अहंकार, जिसने बिखेर कर रख दिया एक बड़ा सुखी परिवार। टुकड़ों में सब जीते हैं अब, गम के घुट अकेले पीते है सब। याद करते उन पलों को जब साथ में सब रहते थे, मिलजुल कर […] Read more » Joint Family संयुक्त परिवार
समाज बदलते सामाजिक संबंधों की त्रासदी June 18, 2010 / December 23, 2011 by राजेश त्रिपाठी | Leave a Comment किस कदर आप्रासंगिक हो रही है बुजुर्ग पीढ़ी -राजेश त्रिपाठी परिवार यह चार अक्षरों का महज एक शब्द नहीं अपितु एक सुखद एहसास है। एहसास प्रेम का, विश्वास का और आश्रय का। परिवार समाज व्यवस्था का एक अभिन्न और अनिवार्य अंग। जिसे परिवार का सुख प्राप्त है, मानो उसके लिए जमीन में ही जन्नत का […] Read more » Joint Family संयुक्त परिवार