प्रवक्ता न्यूज़ मासमीडिया में अपने-अपने राम April 13, 2010 / December 24, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment आधुनिक-काल के पहले रामचरित मानस लोकधुन,लोक-मन और लोक-पाठ का हिस्सा था।आधुनिक काल में मुद्रण की तकनीक ने उसे किताब बनाया,रामचरित मानस के किताब बनते ही उसे अंध-लोकवादी रूझानों से मुक्ति मिली।वह धर्मनिरपेक्ष -विमर्श का हिस्सा बना। बहुआयामी उपयोग की संभावनाओं का जन्म हुआ। किताब में आने के बाद ‘रामचरित मानस’ बाजार का हिस्सा बनता है, […] Read more » Mass media मासमीडिया