कविता नागार्जुन का शून्यवाद; कुछ भी ध्रुव सत्य नहीं होता March 4, 2022 / March 4, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकनागार्जुन दक्षिण भारत के एक ब्राह्मण,एक सौ पचास से, ढाई सौ ई. मध्य में,माध्यमिक मतवादी बौद्ध दार्शनिक थे! आर्य नागार्जुन ने शून्यवाद दर्शन दिया,संसार में कुछ भी ध्रुव सत्य नहीं होता,सतत परिवर्तन को सत्य घोषित किया! नागार्जुन ने कहा था जिसे परम्परावादीवास्तविक ज्ञान कहते,वस्तुत:वे वस्तु केविषय में, निजी वक्तव्य होते किसी के! आमतौर […] Read more » ; nothing is true Nagarjuna's nihilism नागार्जुन का शून्यवाद