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Tag: now the time of peeping

समाज

भविष्‍य के हाथों में खंजर देकर देख लिया, अब गिरेबां में झांकने का वक्‍त

January 25, 2018 / January 25, 2018 by अलकनंदा सिंह | Leave a Comment

बच्‍चों में फैलती हिंसा पर पिछले कुछ दिनों में इतने लेख लिखे  गए हैं कि समस्‍या पीछे छूटती गई और लेखकों के अपने विचार  हावी होते गए। लेखकों में से कोई सरकारी नीतियों को, तो कोई  परिवारों के विघटन को और कोई सामाजिक ताने बाने को ध्वस्‍त  करते टीवी मोबाइल को दोषी ठहराने में लगा […]

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Featured In the hands of the future now the time of peeping school students getting violent we have seen the dugout गिरेबां में झांकने का वक्‍त बच्‍चा जेल की अवधारणा बच्‍चों में फैलती हिंसा बाल सुधारगृह भविष्‍य के हाथों में खंजर
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