कविता कविता:वृक्ष बगावत कर देंगे July 18, 2012 / July 18, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment प्रभुदयाल श्रीवास्तव वृक्ष बगावत कर देंगे पर्यावरण प्रदूषण के यदि नहीं सुधारे गये हाल तो वृक्ष बगावत कर देंगे जल भी कर देगा हड़ताल | पेड़ पेड़ डाली डाली के अंग भंग करते जाते बहुमंजिलीं बना इमारत काट काट वन, इतराते आम नीम पीपल के देवता भर भर आहें चुपचुप हैं जंगल अब मैदान बन […] Read more » poem by Prabhudayal Srivastav कविता:वृक्ष बगावत कर देंगे
कविता कविता-टिमकी बजी मदारी की-प्रभुदयाल श्रीवास्तव May 8, 2012 / May 8, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment वाहन पंचर हुआ,लिये मैं सड़क सड़क घूमा टिमकी बजी मदारी की मैं बंदर सा झूमा कहीं दूर तक पंचरवाला नहीं दिखाई दिया हर दुकान पर अतिक्रमण का ताला मिला जड़ा जीवन के हर लम्हें में कितने पंचर होते अपने कटे फटेपन को पल पल कंधे ढोते सूजे पैर फूल गये जैसे फूल गया तूमा […] Read more » poem by Prabhudayal Srivastav कविता-टिमकी बजी मदारी की-प्रभुदयाल श्रीवास्तव
कविता कविता-हमको बिरासत में झुकी गरदन मिली-प्रभुदयाल श्रीवास्तव April 13, 2012 / April 13, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | 6 Comments on कविता-हमको बिरासत में झुकी गरदन मिली-प्रभुदयाल श्रीवास्तव हमको बिरासत में झुकी गरदन मिली वह शेर हम बकरी बने जीते रहे मिल बैठकर तालाब को पीते रहे| वह बाल्टियों पर बाल्टियां लेते रहे हम चुल्लुओं को ही फकत सींते रहे| पाबंदियों के गगन में हमको उड़ा मन मुताबिक डोर वे खींचे रहे| शोर था कि कान कौआ ले गया […] Read more » poem poem by Prabhudayal Srivastav कविता कविता-प्रभुदयाल श्रीवास्तव
कविता कविता:योग्य उम्मीदवार की तलाश-प्रभुदयाल श्रीवास्तव February 3, 2012 / February 3, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | 2 Comments on कविता:योग्य उम्मीदवार की तलाश-प्रभुदयाल श्रीवास्तव योग्य उम्मीदवार की तलाश पार्टी के सदस्य पदाधिकारी पशोपेश में थे कुछ पद के नशे में थे कुछ होश में थे संसदीय क्षेत्र के लिये जीतने वाले उम्मीदवार का चुनाव होना था कौन कितना ताकत्वर है कितना खर्च करेगा इस बात का भाव ताव तै होना था “घसीटालालजी ठुनठुना क्षेत्र के लिये सर्व श्रेष्ठ उम्मीदवार […] Read more » famous poems Hindi Poem kavita poem poem by Prabhudayal Srivastav कविता कविताएं श्रेष्ठ कविताएं हिन्दी कविता