कविता शिक्षक September 5, 2022 / September 5, 2022 by लक्ष्मी अग्रवाल | Leave a Comment चरण-रज गुरु की मस्तक पर लो लगायजीवनपथ पर चलने की राह यही दिखाय।शिक्षा से अपनी ज्ञान-ज्योति दे सहज जलायउपकार जीवन में इनका कभी न बिसराय।गुरु के समक्ष नहीं है कभी कोई असहायगोविंद से बढ़कर महिमा इनकी कहलाय। प्रथम शिक्षक माँ को शीश झुका करते प्रणामबढ़ती निरंतर आगे कभी यह न करती विश्राम।डाँट-दुलार से रखती हमेशा […] Read more » poem on teacher poem on teachers day शिक्षक
कविता शिक्षक October 5, 2020 / October 5, 2020 by आलोक कौशिक | Leave a Comment सद्गुणों व दुर्गुणों के वोहोते हैं सर्वश्रेष्ठ ईक्षकईश्वर के तुल्य ही होतेहम कहते जिनको शिक्षक करते दूर अज्ञानता कोजलाते हैं ज्ञान का दीपकहमारी धीरता व नम्रता केहोते हैं वो कुशल परीक्षक जीवन जीने की कला सिखातेगुरु ही होते पथप्रदर्शकआधारशिला होते समाज केशिक्षक ही सच्चे मार्गदर्शक ✍️आलोक कौशिक Read more » poem on teacher शिक्षक