दादाजी
मुझे अपने पुत्र से इतना प्रेम नहींजितना अपने पोते से हैऐसा मेरे दादाजी कहते थे…
मुझे अपने पुत्र से इतना प्रेम नहींजितना अपने पोते से हैऐसा मेरे दादाजी कहते थे…
हे हंसवाहिनी माँहे वरदायिनी माँ अज्ञान तम से हूँ घिराअवगुणों से हूँ मैं भरासुमार्ग भी…
पुत्र ज्येष्ठ है यदि तू अपने कुल कातो संघर्षों और विपत्तियों से मत डरचाहता है…
सद्गुणों व दुर्गुणों के वोहोते हैं सर्वश्रेष्ठ ईक्षकईश्वर के तुल्य ही होतेहम कहते जिनको शिक्षक…
संत बद्रीनाथ कश्यप के लाखों अनुयायी थे। अपने अनुयायियों के लिए वो भगवान सदृश थे।…
पृथक् थी प्रकृति हमारीभिन्न था एक-दूसरे से श्रमईंट के जैसी सख़्त थी वोऔर मैं था…
बिंदु और रेखा में परस्पर आकर्षण हुआतत्पश्चात् आकर्षण प्रेम में परिणतधीरे-धीरे रेखा की लंबाई बढ़ती…
तीन लोगसंसद के बाहरप्रदर्शन कर रहे थेऔर नारे लगा रहे थे एक कह रहा थाहमें…
जल रही हो जिसमेंलौ आत्मज्ञान कीसमझ हो जिसकोस्वाभिमान की हृदय में हो जिसकेकरुणा व प्रेम…
सत्य के रक्षकअधर्म समापकदुष्ट विनाशीधर्म स्थापक हैं सुदामा सखासुभद्रा पूर्वजदेवकीनंदनवसुदेवात्मज वो पार्थसारथीगोप गोपीश्वरअजेय अजन्माश्रीहरि दामोदर…
ख़ुशियों का उजाला ज़रूर होगाबेबसी की ये रात बीत जाएगीकट जाएगा सफ़र संघर्ष काएक दिन…
मैं किसान हूँअब आपने अनुमान लगा ही लिया होगाकि मेरे पिता एवं पितामह भीअवश्य ही…