राजनीति क्या 2004 की बुनियादी गलती फिर दोहराया रही है सोनिया गांधी? July 3, 2019 / July 3, 2019 by डॉ अजय खेमरिया | 2 Comments on क्या 2004 की बुनियादी गलती फिर दोहराया रही है सोनिया गांधी? पीएम पद की चुनावी उपयोगिता खोकर भी सबक नही सीखा कांग्रेस बेहतर होगा दिग्विजय, अमरिंदर, चेन्नीथला जैसे फूल टाइमर नेताओं को मिले कमान। (डॉ अजय खेमरिया) राहुल गांधी स्तीफा वापिस नही ले रहे है यानी वे अब 134 साल पुरानी देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल के अध्यक्ष नही रहेंगे।लेकिन इस सबसे पुरानी औऱ व्यापक […] Read more » Political politics in India Sonia Gandhi
राजनीति भारत में राजनीति और चुनाव April 15, 2019 / April 15, 2019 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य भारत में राजनीति करनी बहुत ही सस्ती है। इसके कई कारण हैं। पहला कारण है कि राजनीति में निर्लज्ज और बेईमान लोग आते हैं। जिनके सामने कोई भद्रपुरुष राजनीति में टिक नहीं पाता । इससे राजनीति का मैदान स्थायी रूप से पेशेवर निर्लज्ज और बेईमान राजनीतिज्ञों के हाथों में आकर रह गया है। […] Read more » election in India politics and election in india politics in India भारत में राजनीति
राजनीति राजनीति का गिरता चरित्र और घटती साख ? April 8, 2019 / April 8, 2019 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल राजनीति का यह दौर वैचारिक और सैद्धांतिक रुप से संक्रमण का है। राजनीति हर पल एक नयी भाषा और परिभाषा गढती दिखती है। वैचारिकता की जमींन सै़द्धांतिक रुप से बंजर हो चली है। विचारों का कोई चरित्र है न चेहरा। सियासत में चहुंओर सिर्फ सत्ता के लिए संघर्ष है। जुमले गढ़ती राजनीति […] Read more » politics in India the decreasing standard of politics राजनीति का गिरता चरित्र
राजनीति राजनीति का प्रश्न नहीं है आज जगत के सम्मुख देश March 24, 2019 / March 24, 2019 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य देश इस समय अपनी 17वीं लोकसभा के चुनावों के दौर से गुजर रहा है ।पिछले 7 दशक से अधिक के काल में हमने केंद्र में कई राजनीतिक पार्टियों या राजनीतिक गठबंधनो की सरकारों को बनते बिगड़ते देखा है। देश का हर लोकसभाई चुनाव अपने आप में ऐतिहासिक हुआ है ।पहले दिन से […] Read more » electiob in India Indian Politics politics in India There is no question of politics today in front of the world
राजनीति “यथा राजा तथा प्रजा” February 21, 2014 by आलोक कुमार | Leave a Comment -आलोक कुमार- राजनीति में सुधार के लिए नागरिकों को कर्तव्य-अधिकार और संवैधानिक व्यवस्था की जानकारी जरूरी है। किसी भी प्रणाली या व्यवस्था में सुधार की बात करने से पूर्व हमें उन समस्याओं पर भी विचार करना आवश्यक है, जिनके कारण तंत्र रोगग्रस्त होता है। संसदीय लोकतंत्र प्रणाली में चुनाव का ही महत्व है। […] Read more » "यथा राजा तथा प्रजा" political system in India politics in India