आर्थिकी निर्धनता नहीं, निर्धनों को मिटाने की योजना August 12, 2011 / December 7, 2011 by डॉ. राजेश कपूर | 2 Comments on निर्धनता नहीं, निर्धनों को मिटाने की योजना निर्धनता की कसौटी ? डा.राजेश कपूर, पारंपरिक चिकित्सक कई वर्षों से चर्चा हो रही है कि देश के करोड़ों लोग केवल २० रु. या इससे भी कम दैनिक आय पर गुजारा कर रहे हैं. या यूँ कहें कि करोड़ों लोग देश में भूखे मर रहे हैं. सरकारी आंकड़ों में देश की गरीबी कम हो रही […] Read more » poverty गरीबी निर्धनता
विविधा गरीबी हटाने के सरकारी तरीके August 7, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डॉ. कौशल किशोर श्रीवास्तव वे जिला प्रमुख है। उनके कार्यालय के ऊपर कोई मंजिल नही है पर उन्हें ऊपर से आदेश आते रहते हैं। इस बार कुछ इस तरह का आदेश आया। गरीबी हटाओ मंत्रालय, भारत सरकार आदेश ः- आपको ज्ञात है कि 33 प्रतिशत भारत गरीब है। इससे प्रगति की रफ्तार असंतुलित हो गई […] Read more » poverty गरीबी
राजनीति गरीबों के साथ मजाक July 21, 2011 / December 8, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on गरीबों के साथ मजाक सतीश सिंह गरीबी हमेशा से भारत के लिए एक गंभीर समस्या रही है। अभी हाल ही में योजना आयोग ने एक नया शगूफा छोड़ा है। आयोग के अनुसार शहर में प्रति दिन 20 रुपये कमाने वाले को गरीब नहीं माना जा सकता है। ग्रामीण इलाकों में इस संदर्भ में आय की सीमा को 15 रुपये […] Read more » poverty गरीबों के साथ मजाक
आर्थिकी सत्ता बुनती है गरीबी का मकड़जाल July 15, 2011 / December 8, 2011 by सचिन कुमार जैन | 3 Comments on सत्ता बुनती है गरीबी का मकड़जाल सचिन कुमार जैन सरकार ने गरीबों का बलिदान अभियान शुरू किया है| इसे गरीबी की रेखा के नीचे रहने वाले परिवारों की पहचान का सर्वेक्षण के नाम से जाना जाता है| इस सर्वे का मकसद गरीबों की पहचान करना नहीं बल्कि उन्हें उनके संवैधानिक हकों से वंचित करना है| पूरे देश में अगले 10 महीनों […] Read more » poverty गरीबी मकड़जाल सत्ता
आर्थिकी आंकड़ों में उलझी हुई गरीबी December 20, 2010 / December 18, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on आंकड़ों में उलझी हुई गरीबी सतीश सिंह हमारे देश में गरीबों की पहचान करने के दो तरीके प्रचलित हैं। पहला तरीका योजना आयोग का है और दूसरा तेंदुलकर समिति का, पर अफसोस की बात यह है कि हम दोनों तरीकों के रास्तों पर चलकर भी गरीबों की वास्तविक संख्या के बारे में पता नहीं लगा पा रहे हैं। इसके बावजूद भी […] Read more » poverty गरीबी
आर्थिकी गरीबी की भयावहता के लिए कौन हैं जिम्मेदार May 18, 2010 / December 23, 2011 by अखिलेश आर्येन्दु | 4 Comments on गरीबी की भयावहता के लिए कौन हैं जिम्मेदार अखिलेश आर्येन्दु डॉ. अर्जुन सेनगुप्ता की रिपोर्ट के मुताबिक देश में गरीबी और गरीबों की तादाद में कमी की जगह इजाफ़ा हुआ है। रपट पढ़कर गरीबी-अमीरी का भारी अंतर समझ में आता है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत के अस्सी करोड़ लोग महज 20 रुपये रोज पर गुजारा करते हैं। इस रिपोर्ट से हैरानी और चिंता […] Read more » poverty गरीबी