साहित्य वे हिन्दुस्तानी के लेखक थे और पक्षधर भी July 30, 2011 / December 7, 2011 by वीरेन्द्र जैन | 3 Comments on वे हिन्दुस्तानी के लेखक थे और पक्षधर भी प्रेमचन्द की जयंती पर वीरेन्द्र जैन जब समाज को बांटने वाली शक्तियां अपना काम कर रही होती हैं तो वे उसे कई स्तरों पर बांटती हैं। दूसरी ओर समाज को एकता के सूत्र में बांधने वाली शक्तियां उसे सभी स्तरों पर बंटने से रोकती हैं हमारे देश के संदर्भ में मुंशी प्रेमचन्द समाज को एकता […] Read more » Premchand प्रेमचन्द
लेख नवचेतना के आधार:प्रेमचंद July 30, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment रामकृष्ण प्रेमचंद जयन्ती : 31 जुलाई प्रेमचंद जितने अंश में साहित्यकार थे उतने ही अंश में एक समाजवेत्ता और मार्गदर्शक भी बल्कि उनकी यह दोनों विशेषताएं इतनी एकरूप हो गयी थीं कि उनका अस्तित्व ही नहीं बच पाया था. इस कालजयी साहित्यसर्जक के स्मरणपर्व पर किये उनकी कला के विभिन्न पक्षों का एक बेबाक विवेचन. बात […] Read more » Premchand प्रेमचंद