धर्म-अध्यात्म मेरे मानस के राम : अध्याय 58 October 1, 2024 / October 1, 2024 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment भरत का विनम्र आग्रह भरत जी जब अपने भाई श्री राम जी के पास पहुंच जाते हैं तो उन्हें देखकर रामचंद्र जी अत्यंत प्रसन्न होते हैं। उन्होंने महात्मा भरत को अपनी गोद में बैठाकर उनका आलिंगन किया। तत्पश्चात भरत जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए और अपना नाम उच्चारण करते हुए लक्ष्मण और सीता जी […] Read more » Ram of my mind: Chapter 58 मेरे मानस के राम