धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द द्वारा किये वेद-प्रचार का महत्व और हमारा कर्तव्य” July 15, 2019 / July 15, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द ने अपना जीवन ईश्वर के सत्यस्वरूप की खोज एवं मृत्यु पर विजय पाने के उपायों को जानने के लिये देश के अनेक स्थानों पर जाकर विद्वानों की संगति व दुर्लभ पुस्तकों के अध्ययन में बिताया था। इस प्रयोजन के लिये ही उन्होंने अपने माता-पिता सहित बन्धु-बान्धवों, कुटुम्बियों व जीवन […] Read more » Importance of Ved Rishi Dayanand sage dayanand Ved Promotions
लेख “ऋषि दयानन्द द्वारा दिए सभी उपदेशों का संग्रह न होना मन में खटकता है” July 10, 2019 / July 10, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द को अपनी आयु के चौदहवें वर्ष में मूर्तिपूजा की विश्वसनीयता अथवा उसकी महत्ता पर शंका हुई थी जिसका समाधान उनके पिता व अन्य पण्डितगण नहीं कर सके थे। उसके कुछ समय बाद उनकी बहिन व चाचा की मृत्यु ने उनमें वैराग्य भाव को जन्म दिया और वह ईश्वर विषयक […] Read more » life lessons Rishi Dayanand sage dayanand teachings
चिंतन धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द ने धर्म पालन में वेद-प्रमाण, तर्क एवं युक्तियों को प्रतिष्ठित किया June 17, 2019 / June 17, 2019 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। पांच हजार वर्ष पूर्व हुए महाभारत युद्ध तक विश्व में वेदों की शिक्षाओं के अनुरूप एक ही धर्म ‘‘वैदिक धर्म” प्रचलित था। महाभारत युद्ध के बाद देश में अव्यवस्था का दौर आया। वेदों व विद्या का अध्ययन व अध्यापन कुप्रभावित हुआ जिसके कारण समाज में अज्ञान, अन्धविश्वास, कुरीतियां एवं पाखण्ड ने […] Read more » Religion sage dayanand