व्यंग्य व्यंग्य: क्या करें, ये मास्टर मानते ही नहीं… September 11, 2009 / December 23, 2011 by पंकज व्यास | Leave a Comment क्या करें साब! ये लोग तो ऐसे नाक-भौं सिंकोड़ रहे हैं, जैसे बहुत बड़ी बात हो गई हो। शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों पर लाठी चार्ज क्या कर दिया, मानो पहाड़ टूट गया, आसमान फट गया, जिसको देखो वो सरकार की आलोचना करने में लगा है। कोई ताने कस रहा है, तो कोई व्यंग्य कर […] Read more » satire by pankaj vyas क्या करें ये मास्टर मानते ही नहीं