राजनीति विदेशी पैसों पर पल रहे सेकुलर-वामपंथी बुद्धिजीवियों का एक और प्रपंच :- “कारवाँ टू फ़िलीस्तीन”… October 23, 2010 / December 20, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 19 Comments on विदेशी पैसों पर पल रहे सेकुलर-वामपंथी बुद्धिजीवियों का एक और प्रपंच :- “कारवाँ टू फ़िलीस्तीन”… जैसा कि अब सभी जान चुके हैं, भारत में सेकुलरों और मानवाधिकारवादियों की एक विशिष्ट जमात है, जिन्हें मुस्लिमों का विरोध करने वाला व्यक्ति अथवा देश हमेशा से “साम्प्रदायिक” और “फ़ासीवादी” नज़र आते हैं, जबकि इन्हीं सेकुलरों को सभी आतंकवादी “मानवता के मसीहा” और “मासूमियत के पुतले नज़र आते हैं। कुछ ऐसे ही ढोंगी और […] Read more » Secular कम्युनिस्ट वामपंथी सेकुलर
समाज बुर्के पर सेक्युलर सोच क्या हो? August 25, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on बुर्के पर सेक्युलर सोच क्या हो? -के. विक्रम राव बुर्के पर प्रतिबंध के मुद्दे पर भारत के प्रगतिषील और सेक्युलर समझवाले लोग, विषेषकर समाजवादी और माक्र्सवादी पार्टियों के पुरोधाजन, चुप्पी साधे हैं। उनकी सोच दुहरी है, दबाव वोट का है। मसलन भारत के सोशलिस्ट भी अपने फ्रेंच हमराहियों की भांति बुर्के की बात पर निर्विकार हो गये हैं। वर्ना इस मौजूं […] Read more » Secular बुर्का
साहित्य सेक्युलर भारत तस्लीमा को वीज़ा दे August 10, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 5 Comments on सेक्युलर भारत तस्लीमा को वीज़ा दे -के. विक्रम राव फिर यदि भारत के प्रबुद्ध मुसलमानों ने लेखिका तस्लीमा नसरीन के बीजा की मियाद (18 अगस्त) बढ़ाने की मांग के पक्ष में पुरानी खामोशी बनाई रखी तो कई हिन्दुओं का सन्देह पुख्ता हो जाएगा कि सेक्युलरवाद को इन मुसलमानों ने मजहवी कट्टरता का कवच बना लिया है। उनकी पंथनिरपेक्षता ढकोसला है। सोनिया-नीत […] Read more » Secular तस्लीमा नसरीन
धर्म-अध्यात्म पंथ निरपेक्षता बनाम धर्म निरपेक्षता को लेकर छिडी बहस के सही संदर्भ August 25, 2009 / December 27, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment किसी एक शब्द की गलत व्याख्या या उसका गलत अनुवाद किस प्रकार पूरे परिदृश्य को धुमिल कर सकता है और चिंतन को प्रदूषित कर सकता है इसका सबसे बडा उदाहरण दो शब्दों को लेकर दिया जा सकता है। पहला शब्द धर्म है और दूसरा अंग्रेजी भाषा का शब्द सेकुलर है । इन दोनों शब्दों के […] Read more » Secular धर्म निरपेक्षता