कविता शकुनि मामा पाशा फेंको ना September 23, 2021 / September 23, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकशकुनि मामा पाशा फेंको ना,अपने गांधार जाकर देखो ना,गांधार में आज भी कुटिलताजस की तस पैरों को फैलाई! तुम्हारी एक बहन गांधारी नेदोनों आंख में पट्टी बांधी थी,आज तुम्हारी सारी बहू-बेटियांफिर से आंखों में पट्टी बंधाई! शकुनि मामा पाशा फेंको ना,अपने गांधार जाकर देखो ना,तुम्हारे पाशों की मनहूसियतआज भी गांधार में वैसे छाई! […] Read more » Shakuni Mama Pasha Throw Na शकुनि मामा पाशा फेंको ना