धर्म-अध्यात्म भौतिक संसार के अज्ञान से मनुष्य को उबारती है श्रीमद् भगवद गीता July 26, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on भौतिक संसार के अज्ञान से मनुष्य को उबारती है श्रीमद् भगवद गीता – राजीव मिश्र श्रीमद्भगवद्गीता श्री कृष्ण तत्व दर्शन की परमात्मा संहिता है। गोबिंद का यह भगवद गीत, ब्रहम विद्या, शब्द ब्रहम का सामगान, भगवती श्रुति की संज्ञा से परिभाषित हुआ है। गोवर्धनधारी गिरिधर योगेश्वर का सहज सिध्द योगशास्त्र है। धर्म धुरंधर धर्माचार्यों ने इसे वेदमाता गायत्री मंत्र का परम रहस्य घोषित किया है। ज्ञानियों, आचार्यों […] Read more » Shrimad Bhagwatgita श्रीमद् भगवद गीता
धर्म-अध्यात्म कर्मों के कारण है पुनर्जन्म : श्रीमद भगवद् गीता August 20, 2009 / December 27, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 3 Comments on कर्मों के कारण है पुनर्जन्म : श्रीमद भगवद् गीता पुनर्जन्म या REINCARNIATION एक ऐसा शब्द है जिससे लोग REBIRTH के नाम से जानते है हिन्दू धर्म के लोग पुनर्जन्म मतलब जनम,मृत्यु,और पुनः जनम के चक्र में विश्वास करते है अध्यात्मिक कानून के आधार पर पुनर्जन्म का तात्पर्य है'' आत्माओ की पुर्नस्थापना'' ,संस्कृत में पुनः शब्द का अर्थ होता है 'अगला समय' या 'फिर से' और जनम का अर्थ होता है Read more » Shrimad Bhagwatgita श्रीमद भगवद् गीता