महत्वपूर्ण लेख प्रगतिशील पाप और पाखण्ड : शंकर शरण November 14, 2011 / December 3, 2011 by शंकर शरण | 13 Comments on प्रगतिशील पाप और पाखण्ड : शंकर शरण शंकर शरण प्रगतिशील लेखक संघ की (प्र.ले.सं.) स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर हुई एक गोष्ठी में मंच पर प्रेमचंद की बड़ी सी तस्वीर लगी थी। मानो प्रेमचंद ही उसके संस्थापक हों! जबकि वास्तविक संस्थापकों सज्जाद जहीर, मुल्कराज आदि की छवि गायब थी। सन् 1936 में प्र.ले.सं. के एक सम्मेलन की अध्यक्षता जरूर प्रेमचंद […] Read more » Hypocrisy Sin कॉमरेड प्रगतिशील वामपंथ