कविता संस्कृति बची है भाषाओं की जननी संस्कृत में ही September 4, 2022 / September 4, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायककुछ चीजें जन्मजात नहीं संस्कार से आतीमगर संस्कार कहां से आता?निश्चय ही संस्कार आता संस्कृति सेऔर संस्कृति बची है भाषाओं की जननी संस्कृत में ही! “मातृवत परदारेषु’पराई नारी को माता समझनाये आज भी है भारत देश की मान्यताबस ट्रेन में खड़ी महिला देखकरसीट से उठ जाना फिर महिला को बिठा देना! ऐसी भावना […] Read more » Culture is left the mother of languages is in Sanskrit only