Skip to content Skip to footer
प्रवक्‍ता.कॉम – Pravakta.Com Logo
Menu
  • राजनीति
    • चुनाव
    • लोकसभा चुनाव
    • विधानसभा चुनाव
    • घोषणा-पत्र
    • चुनाव विश्‍लेषण
    • आंकडे
  • विश्ववार्ता
  • मनोरंजन
    • मनोरंजन
    • रेडियो
    • टेलिविज़न
    • सिनेमा
    • संगीत
    • खेल जगत
    • चुटकुले
    • कार्टून
  • मीडिया
  • साहित्‍य
    • लेख
    • कहानी
    • कविता
    • गजल
    • आलोचना
    • व्यंग्य
    • पुस्तक समीक्षा
  • विविधा
  • साक्षात्‍कार
  • न्यूज़
  • अन्य
    • आर्थिकी
    • समाज
    • कला-संस्कृति
    • धर्म-अध्यात्म
    • महिला-जगत
    • बच्चों का पन्ना
    • विधि-कानून
    • हिंद स्‍वराज
    • सार्थक पहल
    • खेत-खलिहान
    • जन-जागरण
    • विज्ञान
    • स्‍वास्‍थ्‍य-योग
    • सैर-सपाटा
    • खान-पान
    • वीडियो
    • वीडियो
    • पोल Archive

Tag: the mother of languages ​​is in Sanskrit only

कविता

संस्कृति बची है भाषाओं की जननी संस्कृत में ही

September 4, 2022 / September 4, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment

—विनय कुमार विनायककुछ चीजें जन्मजात नहीं संस्कार से आतीमगर संस्कार कहां से आता?निश्चय ही संस्कार आता संस्कृति सेऔर संस्कृति बची है भाषाओं की जननी संस्कृत में ही! “मातृवत परदारेषु’पराई नारी को माता समझनाये आज भी है भारत देश की मान्यताबस ट्रेन में खड़ी महिला देखकरसीट से उठ जाना फिर महिला को बिठा देना! ऐसी भावना […]

Read more »

Culture is left the mother of languages ​​is in Sanskrit only
Sidebar

Search Authors by Hindi Name

Loading...

  • हमारे बारे में
  • प्रवक्‍ता मण्डली
  • प्रवक्ता लेखक सूची
  • प्रवक्ता पर विज्ञापन
  • लेख भेजें
  • संपर्क
© 2025 प्रवक्‍ता.कॉम – Pravakta.Com