मीडिया टीआरपी के दुष्चक्र में फंसा बुद्धू बक्सा November 19, 2011 / November 28, 2011 by डॉ0 आशीष वशिष्ठ | Leave a Comment डॉ0 आशीष वशिष्ठ लोकतंत्र के चैथे स्तंभ प्रेस की भूमिका, कार्यशैली और व्यवहार में तीव्र गति से परिवर्तन आ रहा है। एक ओर जहां जन अपेक्षाओं का बोझ है तो वहीं दूसरी ओर बाजार में टिके रहने की जदोजहद और पेशागत मजबूरियां भी हैं। बाजारीकरण, उदारीकरण ने जहां पत्रकारिता के स्वरूप और आत्मा को हिलाया-डुलाया […] Read more » TRP TV टीवी न्यूज चैनल
राजनीति टेलीविजन और वामपंथी बचकानापन April 27, 2011 / December 13, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment जगदीश्वर चतुर्वेदी टेलीविजन में बड़बोलापन महंगा पड़ता है। यहां जो ज्यादा बोलता है टीवी उसी को पीटता है। विधानसभा कवरेज पर आने वाली खबरों और टॉक शो में राज्य के ठोस राजनीतिक मसलों पर बहसें हो रही हैं। टेलीविजन कवरेज ने इसबार के चुनाव को पूरी तरह अ-राजनीतिक बना दिया है। पहलीबार ऐसा हो […] Read more » TV टेलीविजन वामपंथ
प्रवक्ता न्यूज़ टेलीविजन संस्थाएं समाज का बेड़ा गर्क कर रही हैं January 19, 2011 / December 16, 2011 by अनिकेत प्रियदर्शी | 1 Comment on टेलीविजन संस्थाएं समाज का बेड़ा गर्क कर रही हैं अनिकेत प्रियदर्शी पहले बुद्धू बक्से के नाम से सुशोभित और आज लफड़ा बक्सा का पर्याय बन चुका हमारा टेलीविजन इस कदर पगला गया है कि अब वो किसी भी हद को पार करने में संकोच नहीं करता। कभी ज्ञान का एक सशक्त माध्यम रहा टेलीविजन अब एक हंगामेदार वेश्यालय का स्वरूप लगने लगा है। ज्ञान […] Read more » TV टीवी टेलीविजन
प्रवक्ता न्यूज़ टेलीविजन में स्त्री-मर्द का नया आख्यान March 9, 2010 / December 24, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment टेलीविजन ने समाज का मिजाज बदला है। सूचना और मनोरंजन की धारणा बदली है। किंतु इसके वैचारिक सरोकार नहीं बदले हैं।कार्यक्रम बदले हैं। चरित्र बदले हैं। तकनीकी प्रोन्नति हुई है। इसकी आमदनी बढ़ी है। चैनल बढ़े हैं। कलाकार, प्रस्तोता,एंकर,निर्देशक आदि सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है किंतु टेलीविजन का दकियानूसी स्वभाव नहीं बदला […] Read more » TV टेलीविजन
मीडिया टेलीविजन का सफर…. January 10, 2010 / December 25, 2011 by केशव आचार्य | Leave a Comment भारत में टीवी की शुरूआत शिक्षा के प्रसार के साथ ही हुई। बदलते समय के साथ ही इसने शिक्षा के साथ-साथ सामाचार, मंनोरंजन, ज्ञान-विज्ञान, हेल्थ और लाइफ स्टाइल तक के पहलुओं को अपने में समेट लिया। बुद्धु बक्से के बदलते इस परिवेश पर पेश है एक ख़ास रिपोर्ट.. 21 वीं सदी की शुरूआत में बुद्धु […] Read more » TV टीवी टेलीविजन