शख्सियत कुशल वक्ता, उच्चकोटि के लेखक, क्रांतिकारी – लाला हरदयाल March 9, 2012 / March 12, 2012 by अरविन्द विद्रोही | 2 Comments on कुशल वक्ता, उच्चकोटि के लेखक, क्रांतिकारी – लाला हरदयाल अरविन्द विद्रोही प्रतिदिनसूर्य उदय होता है, अस्त होता है, रात्रि अपना अंधकार फैलाती है। मानवजीवन की शुरुआत का अर्थ ही मौत का निश्चित आना है। ३ मार्च की रात विलक्षण प्रतिभा के धनी लाला हरदयाल जो सोये तो सोते ही रह गये।४ मार्च की सुबह अनपेक्षित रूप से वे फिलाडेल्फिया-अमेरिका में मृत्यु की आगोश में […] Read more » lala hardayal Speaker Writer उच्चकोटि के लेखक कुशल वक्ता क्रांतिकारी लाला हरदयाल
साहित्य लोकतंत्र के बिंदास लेखक नागार्जुन December 8, 2010 / December 19, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on लोकतंत्र के बिंदास लेखक नागार्जुन -जगदीश्वर चतुर्वेदी बाबा नागार्जुन को मंदी और नव्य-उदारीकरण के संदर्भ में पढ़ना निश्चित रूप से बड़ी उपलब्धि है। मैंने करीब एक दशक से बाबा को नहीं पढ़ा था, इस बीच में उन्हें चलताऊ ढ़ंग से पढ़ा और रख दिया था। लेकिन इस बीच में उनकी जो भी किताबें बाजार में आईं उन्हें खरीदता चला गया […] Read more » Writer बाबा नागार्जुन
साहित्य बड़ा लेखक बनने के गुर September 10, 2010 / December 22, 2011 by विजय कुमार | 6 Comments on बड़ा लेखक बनने के गुर -विजय कुमार छुटपन से ही मेरी इच्छा थी कि मैं बड़ा लेखक बनूं। बड़े प्रयास किये; पर रहा छोटा ही। कभी पढ़ा था कि चोटी के लेखक बड़ी गहरी कविताएं लिखते हैं। इस चक्कर में कई दिन कुएं में जाकर बैठा। लोग कुएं का मेढक तक कहने लगे। वह अपमान भी सहा; पर रहे वही […] Read more » Writer लेखक