कहानी अनकही बात December 28, 2022 / December 28, 2022 by डॉ० शिबन कृष्ण रैणा | Leave a Comment शिबन कृष्ण रैणा जाड़े की रात और समय लगभग बारह बजे। फोन की घंटी बजी। जाने क्यों एक क्षण के लिए मुझे लगा कि फोन अस्पताल से आया होगा। जब तक कि मैं फोन उठाऊँ, घंटी का बजना बंद हो गया। मैंने दिमाग पर जोर डाला- क्या बात हो सकती है ? किस का फोन […] Read more » अनकही बात