महत्वपूर्ण लेख साहित्य ‘काश! इतिहास हमारे अवगुणों में भी ‘इतिहास’ खोजता’ October 25, 2013 / October 25, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on ‘काश! इतिहास हमारे अवगुणों में भी ‘इतिहास’ खोजता’ मनुष्य के वैभव काल में उसके ‘सदगुण’ उसकी ढाल बनते हैं, जो हर प्रकार की आपदा से उसकी रक्षा करते हैं। परंतु पराभव काल में वही सदगुण उस व्यक्ति की विकृति बन जाते हैं। स्वातंत्रय वीर सावरकर ने ‘सद्गुण विकृति’ की इस रहस्यमयी पहेली को भारतीय इतिहास के संदर्भ में बड़ी सावधानी और विवेकशीलता से […] Read more » अवगुणों में भी 'इतिहास’ खोजता’