कविता साहित्य कविता – वह आया है March 18, 2012 / March 18, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment मोतीलाल मैँने उसे देखा है अभी-अभी इन्हीँ आँखोँ से वह आया है हमारे इस शहर मेँ और खड़ा है बाहर धुँध से भरे कोहरे मेँ वह आना चाहता है हमारे घरोँ मेँ और दो क्षण सुस्ताना चाहता है थकान से चूर उसकी देह अब नहीँ उठ पाती है और नहीँ ठहरती है आँखेँ किसी […] Read more » poem Poems कविता कविता - वह आया है