कविता
क्या है जिंदगी?
/ by चरखा फिचर्स
डॉली गढ़ियापोथिंग, कपकोटबागेश्वर, उत्तराखंडदो पल की हसीन ये जिंदगीजिसे लफ़्ज़ों में बयां ना कर सके कोई,पल में जीना, पल में मरना जिसे पता न हो,वह जिंदगी ही क्या जिसमें पानी और हवा न हो,जुदा-जुदा लगी ये जिंदगी मुझे,कब बचपन से बड़े हुए, पता ही नही मुझे,वह चांद की चांदनी रातें,जिसमें करते हम तारों की बातें,जिसमें […]
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