समाज गावं और शहर के बीच झूलती जिंदगियां July 2, 2020 / July 2, 2020 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस कोरोना संकट ने भारत के वर्ग विभाजन को बेनकाब कर दिया है, इसने हमारे कल्याणकारी राज्य होने के दावे के बुनियाद पर निर्णायक चोट करते हुये क्रोनी पूँजीवाद के चेहरे को पूरी तरह से सामने ला दिया है. लॉकडाउन लगाये जाने के बाद जिस तरह से लाखों की संख्या में मजदूर और कामगार […] Read more » Swinging lives between the village and the city गांव और शहर
राजनीति विश्व गुरु को बना रहे हैं विश्व-चेला July 11, 2018 / July 11, 2018 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक आज दो खबरों ने मेरा ध्यान एक साथ खींचा। एक तो दक्षिण कोरिया के सहयोग से दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल फोन का कारखाना भारत में खुलना और दूसरा देश की छह शिक्षा संस्थाओं को सरकार द्वारा ‘प्रतिष्ठित’ घोषित करना ताकि वे विश्व-स्तर की बन सकें। दोनों खबरें दिल को खुश करती […] Read more » Featured अनार्य गरीब और अमीर गांव और शहर प्रधानमंत्रियों और शिक्षामंत्रियों विश्व गुरु को बना रहे हैं विश्व-चेला