कविता अजब की शक्ति है तुलसी की राम भक्ति में April 14, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकहरि कीर्तन करने,भजन गाने,रब का सिमरन करनेया नमाज पढ़ने जैसा नहीं है कविताओं का लेखन!क्योंकि बंधी-बंधाई कोई विचार होती नहीं कविता! एक प्रेमिका के होने/नहीं होने सेया एक रात पत्नी का साथ, रहने/नही रहने से,जब बदल जाती अनायास मानवीय विचारधारा,तब तत्क्षण जन्म होता है रामाश्रयी शाखा का;एक मर्यादावादी भक्त महाकवि तुलसीदास का,पन्द्रह सौ […] Read more » तुलसी की राम भक्ति