समाज वे दुखडा न गाएंगे ,न तुम, अनुमान कर पाओगे ! March 9, 2018 by डॉ. मधुसूदन | 7 Comments on वे दुखडा न गाएंगे ,न तुम, अनुमान कर पाओगे ! डॉ. मधुसूदन (एक) माता-पिता सेवा का आदर्श: भक्त पुण्डलिक से भेंट करने भगवान कृष्ण जब पहुँचे, पुण्डलिक माता-पिता- की सेवा में व्यस्त थे. पुण्डलिक ने एक ईंट फेंकी और भगवान को उसपर खडे रह कर, राह देखने का अनुरोध किया. ईंट को मराठी में विट कहते हैं. उस विट के स्थल या थल पर खडे […] Read more » Featured दुखडा माता-पिता सेवा का आदर्श सहानुभूति