कविता मेरा भारत महान June 29, 2020 / June 29, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment मिल जाए लिखी अच्छी बाते,उस पर अम्ल होना चाहिए।भले ही मेरा भारत महान नहीं,उसे हमेशा महान कहना चाहिए।। करना चाहती है वे देह व्यापार,पर उसे वैश्या कहना न चाहिए।अच्छा है उनको फिल्म इंडस्ट्री में,अच्छी हीरोइन बन जाना चाहिए। बोलता रहे झूठ भरी अदालत में,पर उसे सजा न मिलनी चाहिए।अच्छा है किसी शहर में जाकर,बड़ा वकील […] Read more » ”मेरा भारत महान्“
राजनीति समाज नये भारत के सुखद संकेत July 28, 2018 / July 28, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग कोई भी राष्ट्र या समाज स्वयं नहीं बोलता, वह सदैव अपनी प्रबुद्ध प्रतिभाओं की क्षमता, साहस, योग्यता एवं विलक्षणता के माध्यम से बोलता है। बोलना, मात्र मुंह खोलना नहीं होता। बोलना यानि अपने राष्ट्र के मस्तक को ऊंचा करना है, सम्मानित करना है। जिस राष्ट्र, समाज, समूह या वर्ग का प्रबुद्ध तबका जागरूक […] Read more » ”मेरा भारत महान्“ Featured इतिहास नये भारत के सुखद संकेत नोबेल पुरस्कार प्रकृति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रचनात्मकता राष्ट्र या समाज वांगचुक और डॉ. वटवाणी श्रद्धा पुनर्वास फाउंडेशन संस्कृति और शिक्षा साहसिकता