धर्म-अध्यात्म यशोदानंदन-५९ (अंतिम कड़ी) May 1, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | 1 Comment on यशोदानंदन-५९ (अंतिम कड़ी) उद्धव को अब प्रतीत हुआ – राधा की ऊंचाई तो आकाश से भी ऊंची है। “इधर देखो, उद्धव! राधा ने अचानक उद्धव का ध्यान खींचा। एक अश्वत्थ वृक्ष के नीचे, कालिन्दी के प्रवाह के कारण चिकनी हुई एक शिला पड़ी थी। “जिस दिन सभी ग्वाल-बाल श्रीकृष्ण के साथ मथुरा गए थे, उस दिन की पिछली […] Read more » Featured यशोदानंदन-५९