विविधा ऋषि-द्वय कह गए दुनिया से,युग-परिवर्तन नियति की नीयत है March 19, 2017 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment दोनों उच्च कोटि के पत्रकार-सम्पादक थे । अंग्रेजी शासन के विरूद्ध अरविन्द अंग्रेजी में ‘वन्देमातरम’ निकालते थे , तो श्रीराम हिन्दी में ‘सैनिक’ । किन्तु बाद में किसी दिव्यात्मा के सम्पर्क से दोनों योग-साधना के बदौलत चेतना के उच्च शिखर पर पहुंच कर दैवीय योजना के तहत अपनी-अपनी भूमिका को तदनुसार नियोजित कर राष्ट्रीय चेतना जगाने-उभारने के आध्यात्मिक उपचार में संलग्न हो गए । Read more » Featured अरविन्द घोष युग-परिवर्तन युग-परिवर्तन नियति की नीयत श्रीराम शर्मा आचार्य । संत रामकृष्ण परमहंस संयासी विवेकानन्द