गजल “हुई पहली फुहार भरी बारिश तो तेरी याद आई” March 15, 2013 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment हुई पहली फुहार भरी बारिश तो तेरी याद आई निंदिया से पहले सपनों की बारात और साथ में कुछ हलके-हौले से बीत जानें की बोझिल सी बात भी आई. हर बूँद के साथ बरसा जो वो सिर्फ पानी न था. तेरे यहीं कहीं होने का अहसास भी था उसमें और तेरी बातों के चलते रहनें […] Read more » “हुई पहली फुहार भरी बारिश तो तेरी याद आई”