कविता हे पार्थ! जीव आत्मा है पर शरीर से पहचाना जाता है August 15, 2022 / August 15, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकहे पार्थ! जीव आत्मा है परमात्मा है,पर शरीर से जाना पहचाना जाता है! शरीर की गतिविधि से ही ज्ञात होती,आत्मा की स्थिति, मानसिक अवस्था! शारीरिक क्रियाकलाप से ही पता चलताआत्मा की उपस्थिति और जीव की दशा! शरीर ही पहचान है सब जीव-जन्तुओं का,देह की वजह से ही किसी का नेह मिलता,देह की वजह […] Read more » Hey Partha! The soul is the soul but is identified with the body हे पार्थ! जीव आत्मा है पर शरीर से पहचाना जाता है