लडकियों की मदद से लोगों को प्यार के जाल मे फंसाकर न्यूड वीडियो बनाकर करते है ब्लैकमेल

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भगवत कौशिक – तकनीक के साथ तकनीकी फ्रॉड जिसे हम साइबर क्राइम के नाम से जानते है भी बढ़ गया है। साइबर अपराधी नए नए तरीकों से लोगो को लूटते है। कुछ समय पहले आपका एटीएम ब्लॉक करने की धमकी देने के नाम आप लोगो से ठगी होती थी। बाद में ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए इस अपराध में बढ़ोतरी हुई। धीरे धीरे ठगी के नए तरीके बाजार में आने लगे ओएलएक्स जैसी साइट के जरिये भी बहुत बार लोगो को ठगी का शिकार बनाया गया।
इन सबमे एक कॉमन बात थी, ठगी करने वाले कहाँ से ऑपरेट करते है इस बारे में किसी को पता भी नही चलता था, मसलन पुलिस भी हाथ खड़े कर जाती थी। “जमतारा” वेब सीरीज ऐसे ही ठगों ओर आधारित है। 
पर ठगी का एक औऱ भयंकर तरीका भी निकला है, उसमे पहले आईएसआई जैसी पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी शामिल थी। ये लोग आर्मी, एयर फोर्स या नेवी के अफसरों को टारगेट करते थे। खूबसूरत लड़कियां उन्हें अपने जाल में फंसाती और फिर उनसे जानकारियां मांगी जाती। इस पूरे मामले में डर के मारे ये लोग सारी जानकारी दे देते थे। इसे कहते है हनी ट्रैप और ये ठगी का बेहद कारगर तरीका है।
ऐसा तरीका अब बेहद आम हो चुका है, पहले बांग्लादेश से ये ऑपरेट होता था, आजकल भरतपुर के चुल्हेड़ा गांव  से भी ऐसा होने की खबरे न्यूज में है। ये लोग सोशल मीडिया पर हजारों की संख्या में फेक id बनाकर रखते है और लोगो को रिक्वेस्ट भेजते है। जैसे ही किसी की लिस्ट में ऐड होते है, तुरन्त उनके इनबॉक्स पहुंच जाते है।
कुछ ही देर में ये किसी भी व्यक्ति को मीठी बातों के जाल में फंसा कर उनसे आंतरिक बाते करना शुरू कर देते। लोग अक्सर इन्हें भांप नही पाते और चैट करते करते इनसे वीडियो कॉल कर लेते है। ऐसे मामलों में बात व्हाट्सअप नम्बर तक भी पहुंच जाती है।इसके बाद नग्न वीडियो की स्क्रीन रिकॉर्डिंग होती है जो आम इंसान की सोच में भी नही होती। ऐसे मामलों में एडिटिंग भी बहुत हाई लेवल की रहती है जो किसी को भी धोखा देने के लिए पर्याप्त होती है। ये लोग अपने टारगेट की स्‍क्रीन किसी और ऐप से रिकॉर्ड करते है। फिर अपने शिकार को धोखा देने के लिए वॉयस चेंजर्स का इस्‍तेमाल करते है। 
असली खेल इसके बाद शुरू होता है, यहां से कॉल करने वाला धमकी देता है कि पैसे दो नही तो हम वीडियो वायरल कर देंगे।  वो यूट्यूबर्स बनकर धमकी देते कि उनके पास अश्‍लील विडियो है जिसे वह वायरल कर देंगे, लोग डर जाते है और यही डर इस गंदे धंधे की नींव है। यहां से शुरू होता है धीरे धीरे ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठने का दौर। बहुत से लोग तो लाखों रुपये ठगवाने के बाद पुलिस तक जाते है और सच पूछिए तो 90% मामलों में पुलिस भी पता नही लगा पाती क्योंकि ये सब एक जगह से ऑपरेट होता ही नही है।
अब ये लोग आपके रिश्तेदार, यार दोस्त, समाज के लोगो को वो न्यूड वीडियो भेजने लगते है और बहुत से लोग इस वजह से मरने की स्थिति में आ जाते है। परसों ही राजस्थान के एक लड़के ने इसी वजह से आत्म हत्या कर ली।ऐसे मामलों में लोग बेइज्जती के डर से रुपये दे देते है, या समाज से तिरस्कार झेलना पड़ता है।
सबसे पहले तो आप हमेशा यह ध्यान रखे कि आप किसे लिस्ट में ऐड कर रहे है। फेक आईडी आराम से पहचानी जा सकती है। ज्यादातर आई डी काफी नई होती है, उनकी लिस्ट में आपके परिचित नही होते। पोस्ट के नाम पर एक आध फर्जी फ़ोटो के अलावा कुछ भी नही होता।  यदि फिर भी कोई इस तरह के जाल में फंस जाता है तो उसे हमेशा याद रखना चाहिए कि जान से बड़ी कोई इज्जत नही है। 
इंसान गलतियों का पुतला है, यदि कोई इस प्रकार के स्कैम में फंसता है तो सबसे पहले उसे किसी तरह का रुपये का भुगतान नही करना चाहिए। जितना सम्भव हो पुलिस को इसकी सूचना देनी चाहिए। साथी, रिस्तेदारों व दोस्तों को भी इस तरह के वीडियो पर तुरन्त संज्ञान लेकर ऐसे फर्जी आईडी को रिपोर्ट करना चाहिए। किसी की भी न्यूड वीडियो को भी रिपोर्ट करना चाहिए।
ज्यादातर लोग इस बात को स्वीकार नही कर पाते जबकि भारत मे यह धंधा बहुत तेजी से फला फुला है। अगर आपके साथ या आपके परिचित के साथ ऐसा हुआ है तो बिल्कुल मत घबराइए, क्योंकि आपके एक मिनट की गलती का मूल्य आपका जीवन नही है। किसी भी स्थिति में डरिये मत क्योंकि जितना आप डरेंगे सामने वाला उतना ही आपके डर का फायदा उठाएगा।
साइबर क्राइम में यह धंधा फिलहाल सबसे तेज चल रहा है, पुलिस के ऑफ रिकॉर्ड की बात करे तो लाखों की संख्या में लोग ठगे जा चुके है। कृपया सतर्क रहें और ऐसे फर्जीवाड़े से बिल्कुल न घबराए। जो ऐसे जाल में फंस गया है वो याद रखे उसने किसी की जान नही ली है, न वो बलात्कारी है, बल्कि वो तो खुद विक्टिम है। 

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