राजनीति आतंकियों के ‘मजहब’ पर वामपंथियों की मुहर April 29, 2025 / April 29, 2025 | Leave a Comment राकेश सैन हर आतंकी हमले के बाद रटा रटाया झूठ परोसा जाता रहा है कि ‘आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता।’ झूठ की इस विषैली खिचड़ी के रसोईये हैं देश के सेक्युलरवादी, जो बड़ी चतुराई से अपने वोट बैंक को बचाने का प्रयास करते हैं परन्तु पहलगांव में हिन्दू धर्म पूछ, पेंट उतरवा खतना चेक […] Read more » Leftists' stamp on the 'religion' of terrorists आतंकियों के ‘मजहब’ पर वामपंथियों की मुहर
समाज साक्षात्कार सार्थक पहल हरियाणा के एक गांव ने बेटियों-बहुओं को घूंघट से दी आज़ादी April 28, 2025 / April 28, 2025 | Leave a Comment ढाणी बीरन की चौपाल से उठी नई सुबह: “परंपरा तब तक सुंदर है, जब तक वह पंख न काटे। घूंघट हटा, तो सपनों ने उड़ान भरी।” “जहां घूंघट गिरा, वहां सिर ऊंचे हुए। ढाणी बीरन से उठी हौसलों की एक नई फसल।” हरियाणा के ढाणी बीरन गांव ने एक ऐतिहासिक पहल करते हुए बहू-बेटियों को […] Read more » ढाणी बीरन
राजनीति पाक, आतंक, दुनियां और हम April 25, 2025 / April 25, 2025 | Leave a Comment अशोक कुमार झा जब भी भारत की ज़मीन पर खून बहता है—चाहे वह उरी का सैन्य अड्डा हो, पुलवामा का कारवां या हाल ही में पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की हत्या—हर बार एक नाम, एक मुल्क उभर कर सामने आता है: पाकिस्तान। पाकिस्तान पिछले कई दशकों से आतंकवाद को अपनी रणनीतिक गहराई का एक अभिन्न हिस्सा मानता […] Read more » आतंक दुनियां पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की हत्या पाक
लेख समाज नैतिक पतन की ओर बढ़ रही लिव इन की बुराई को रोकना होगा April 23, 2025 / April 23, 2025 | Leave a Comment लिव इन में रह रही युवती के अपहरण का प्रयास , महिला पर चढ़ाई गाड़ी ।यह खबर आज के समाचार पत्रों में प्रकाशित है । शायद ही कोई दिन ऐसा जाता हो जिस दिन एक या एक से अधिक समाचार इस तरह की घटनाओं को लेकर प्रकाशित न होते हों । भारतीय समाज में इस […] Read more » defects of live in relation The evil of live-in relationship which is leading towards moral degradation must be stopped नैतिक पतन की ओर बढ़ रही लिव इन की बुराई को रोकना होगा
लेख विधि-कानून जब जज ही कानून के घेरे में होंतो भरोसे की दीवारें हिलती हैं April 21, 2025 / April 21, 2025 | Leave a Comment अशोक कुमार झा देश की न्याय व्यवस्था पर लोगों का विश्वास बहुत गहरा होता है। जब सारे दरवाजे बंद हो जाते हैं, तब इंसान न्यायपालिका की ओर देखता है, एक अंतिम उम्मीद के साथ लेकिन जब उसी संस्था पर सवाल खड़े होने लगेंगे तो सोचिए, आम आदमी का भरोसा कहां जाकर टिकेगा? हाल ही में कुछ जजों के […] Read more » उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
राजनीति धार्मिक मूल्यों और संतों की सुरक्षा का दायित्व समाज और सरकार दोनों का April 15, 2025 / April 16, 2025 | Leave a Comment म.प्र. के सिंगोली में जैन संतों पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण संदीप सृजन हाल ही में मध्य प्रदेश के नीमच जिले के सिंगोली थाना क्षेत्र में हुई एक घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। 13 अप्रैल 2025 की रात को कछाला गांव के हनुमान मंदिर में रात्रि विश्राम कर रहे तीन जैन संतों शैलेश […] Read more » Madhya Pradesh is unfortunate The attack on Jain saints in Singoli म.प्र. के सिंगोली में जैन संतों पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म राम भक्त हनुमान सिखाते हैं जीवन जीने की कला April 11, 2025 / April 11, 2025 | Leave a Comment (हनुमान जयंती विशेष, 12 अप्रैल 2025) संदीप सृजन हनुमान जी भारतीय संस्कृति और धर्म में एक अद्वितीय स्थान रखते हैं। रामायण के इस महान पात्र को न केवल एक शक्तिशाली योद्धा और भक्त के रूप में जाना जाता है, बल्कि वे एक ऐसे प्रेरक व्यक्तित्व भी हैं जो हमें जीवन जीने की कला सिखाते हैं। […] Read more » हनुमान हनुमान जयंती
टेक्नोलॉजी लेख ए आई : लाभ और हानि April 7, 2025 / April 7, 2025 | Leave a Comment विवेक रंजन श्रीवास्तव अपने स्कूल के दिनों की याद आती है, एक निबंध , भाषण या वाद विवाद का विषय बड़ा लोकप्रिय था ” विज्ञान के लाभ और हानि ” , विज्ञान ने गुणक के स्वरूप में आम जनता की जिंदगी में हस्तक्षेप बढ़ाया है, और आज ए आई के लाभ और हानि पर चर्चा […] Read more » AI: Advantages and Disadvantages
लेख वैज्ञानिक जीवन शैली के प्रणेता भगवान महावीर April 7, 2025 / April 7, 2025 | Leave a Comment 10 अप्रैल महावीर जयंती डॉ. वीरेन्द्र भाटी मंगल भगवान् महावीर के सिद्धांत आज वैज्ञानिक दृष्टि से सर्वमान्य हो चुके हैं। महावीर द्वारा बताये गये अहिंसक मार्ग पर चलने से स्वस्थ, समृद्ध एवं सुखी समाज का निर्माण संभव है। मानव समाज के विकास के लिए शांति आवश्यक है। सभी वर्गों के परस्पर विकास से अनेक समस्याओं […] Read more » 10 अप्रैल महावीर जयंती
राजनीति भारतीय जनता पार्टी की स्थापना व उसका इतिहास April 5, 2025 / April 7, 2025 | Leave a Comment पार्टी की स्थापना दिवस 6 अप्रैल पर विशेष भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को हुई, जिसके प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष अटलबिहारी वाजपेयी सर्वसम्मति से निर्वाचित हुए, परन्तु पार्टी का इतिहास 1925 मेँ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुडा हैं। संघ की स्थापना के 26 वर्षो के बाद संघ के दृतीय सरसंघ चालक माधवराव सदाशिव […] Read more »
समाज सार्थक पहल बोहरा ..प्रगतिशील मुस्लिम समाज April 2, 2025 / April 2, 2025 | Leave a Comment विवेक रंजन श्रीवास्तव बोहरा मुस्लिम संस्कृति एक समृद्ध और अनूठी परंपरा है, जो इस्लाम के शिया समुदाय की एक उपशाखा, दाउदी बोहरा समुदाय से जुड़ी हुई है। यह समुदाय मुख्य रूप से भारत, पाकिस्तान, यमन और पूर्वी अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ है, और इसकी उत्पत्ति 11वीं शताब्दी में मिस्र के फातिमिद खलीफा शासन से मानी जाती है। बोहरा समुदाय अपनी विशिष्ट धार्मिक प्रथाओं, सामाजिक संगठन, व्यापारिक कुशलता और सांस्कृतिक पहचान के लिए जाना जाता है। बोहरा मुस्लिम इस्लाम के इस्माइली शिया संप्रदाय का हिस्सा हैं जो इमामत अर्थात आध्यात्मिक उन्नयन की अवधारणा पर आधारित है। दाउदी बोहरा समुदाय अपने वर्तमान आध्यात्मिक नेता, दाई-अल-मुतलक जिन्हें सैयदना कहते हैं, को इमाम का प्रतिनिधि मानता है, जो समुदाय को धार्मिक और सामाजिक मार्गदर्शन प्रदान करता है। उनकी धार्मिक प्रथाओं में नमाज़, रोज़ा, हज और ज़कात जैसे इस्लामी सिद्धांतों का पालन शामिल है लेकिन इनका तरीका और व्याख्या इस्माइली परंपरा से प्रभावित है।मोहर्रम का महीना बोहरा समुदाय के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जिसमें इमाम हुसैन की शहादत को याद करने के लिए मातम और मजलिस मतलब सभाएँ आयोजित की जाती हैं। उनकी मस्जिदें, जिन्हें “जमातखाना” भी कहा जाता है, पूजा और सामुदायिक एकत्रीकरण के केंद्र हैं। बोहरा समुदाय की सामाजिक संरचना अत्यधिक संगठित और केंद्रीकृत है। दाई-अल-मुतलक के नेतृत्व में समुदाय के सभी धार्मिक और सामाजिक कार्य संचालित होते हैं। यह समुदाय अपनी एकता और अनुशासन के लिए प्रसिद्ध है। बोहरा लोग अपने समुदाय के नियमों का कड़ाई से पालन करते हैं, जैसे कि विवाह, तलाक और अन्य सामाजिक रीति-रिवाजों में दाई की अनुमति लेना।शिक्षा और परोपकार पर भी विशेष जोर दिया जाता है। समुदाय के भीतर स्कूल, अस्पताल और कल्याणकारी योजनाएँ चलाई जाती हैं, जो सभी सदस्यों के लिए सुलभ होती हैं। बोहरा संस्कृति में भारतीय और इस्लामी प्रभावों का सुंदर मिश्रण देखने को मिलता है। उनके पारंपरिक परिधान इसकी एक प्रमुख पहचान हैं। पुरुष “सदरी” और “टोपी” पहनते हैं, जबकि महिलाएँ “रिदा” नामक एक रंगीन दो-टुकड़े वाला परिधान पहनती हैं, जो हिजाब के साथ स्टाइलिश और व्यावहारिक दोनों होता है।भोजन में भी बोहरा समुदाय की अपनी विशिष्टता है। “थाल” उनकी खानपान की परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें लोग एक साथ बड़े थाल में बैठकर खाना खाते हैं, जो समुदाय की एकता और भाईचारे को दर्शाता है। बोहरा व्यंजनों में गुजराती, मुगलई और अरबी स्वादों का सम्मिलित स्वाद होता है, जैसे कि दाल-चावल बिरयानी और मिठाइयाँ जैसे मालपुआ। बोहरा समुदाय ऐतिहासिक रूप से व्यापार और उद्यमशीलता के लिए प्रसिद्ध रहा है। गुजरात में उनकी जड़ों के कारण, वे मध्यकाल से ही व्यापारिक गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं। आज भी बोहरा लोग कपड़ा, हार्डवेयर, गहने और अन्य व्यवसायों में प्रमुखता से कार्यरत हैं। उनकी ईमानदारी और मेहनत ने उन्हें वैश्विक व्यापारिक समुदाय में सम्मान दिलाया है। बोहरा समुदाय की अपनी एक मिश्रित भाषा है, जिसे “लिसान-उद-दावत” कहा जाता है। यह गुजराती, उर्दू और अरबी का संयोजन है, और इसमें धार्मिक ग्रंथों और प्रथाओं से जुड़े शब्द शामिल हैं। उनकी लिखित परंपरा में इस्माइली दर्शन और फातिमिद इतिहास से संबंधित कई ग्रंथ शामिल हैं, जो अरबी और लिसान-उद-दावत में लिखे गए हैं। आधुनिक युग में बोहरा समुदाय ने तकनीक और शिक्षा को अपनाया है, लेकिन अपनी परंपराओं को भी संरक्षित रखा है। दाई के मार्गदर्शन में समुदाय ने वैश्वीकरण के साथ कदम मिलाया है, और बोहरा लोग अब दुनिया भर में फैले हुए हैं, विशेष रूप से अमेरिका, कनाडा, यूके और मध्य पूर्व में। फिर भी, उनकी पहचान और धार्मिक निष्ठा में कोई कमी नहीं आई है। बोहरा मुस्लिम संस्कृति एक जीवंत और गतिशील परंपरा है, जो धार्मिक आस्था, सामुदायिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है। यह समुदाय न केवल अपनी धार्मिक प्रथाओं के लिए, बल्कि अपनी व्यापारिक कुशलता, सामाजिक संगठन और जीवनशैली के लिए भी अद्वितीय है। यह एक ऐसा समुदाय है जो अतीत को संजोते हुए भविष्य की ओर अग्रसर है। दुनियां में लगभग मात्र दस लाख की संख्या में बोहरा समाज के मुस्लिम हैं पर वे सम्पन्न, प्रगतिशील तथा मिलनसार हैं। विवेक रंजन श्रीवास्तव Read more » Bohra..progressive Muslim society
खान-पान माइक्रोप्लास्टिक बन रहा सेहत के लिए खतरा March 25, 2025 / March 25, 2025 | Leave a Comment बैक्टीरिया में 30 गुना तक बढ़ सकता है एंटीबायोटिक प्रतिरोध पुनीत उपाध्याय माइक्रो प्लास्टिक हमारे जीवन के लिए बड़ा खतरा बनता जा रहा है। हाल ही में वैज्ञानिकों को पता चला है कि प्लास्टिक के इन महीन कणों के संपर्क में आने से बैक्टीरिया एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति कहीं अधिक प्रतिरोधी हो सकते हैं। दरअसल […] Read more » Microplastic is becoming a threat to health माइक्रोप्लास्टिक