गिरते सेल्स से जूझती बीवाईडी इंडिया #BYD को एक यूजर ने गाड़ी वापसी का भेजा नोटिस

चीनी इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्माता बीवाईडी इंडिया की भारत में मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। जहां यह कंपनी भारत में अपने संचालन का विस्तार करने की जोरदार कोशिश करते हुए महत्वपूर्ण नियामक बाधाओं और कानूनी चुनौतियों का सामना कर रही है वहीं एक BYD E-6 के यूजर ने X पर पोस्ट कर गाड़ी वापसी के लिए लीगल नोटिस भेजने की जानकारी दी है।

यूजर भारत भूषण @BharatBhushanin के X पोस्ट पढ़ने से पता चला की अनकी बीवाईडी इंडिया की ई6 इलेक्ट्रिक वाहन के ड्राइवर-साइड का एक एयरबैग बीते 31 जनवरी 2025 को अप्रत्याशित रूप से चलती गाड़ी में एक स्पीड ब्रैकर पर गाड़ी के मात्र जम्प होने से खुल गया, जिससे बाद यूजर ने आईसीआईसीआई लोम्बार्ड (ICICI Loambard) से इन्श्योरेन्स क्लैम की अपील की पर इन्श्योरेन्स कंपनी ने यह कहकर क्लैम देने से मना कर दिया कि अगर गाड़ी की कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ और कोई बाहरी बॉडी डैमेज नहीं है तो इन्श्योरेन्स नहीं मिलेगा।
इसके बार यूजर ने बीवाईडी इंडिया के नोएडा ब्रांच शो-रूम एवं वर्क्शाप से गाड़ी को वारंटी के अंदर ठीक करने की दरख्वास्त की पर कंपनी ने साफ मना कर दिया। उलटे उससे कंपनी ने बनाने के एवज में लगभग 1 लाख का खर्च बताया और कहा कि गाड़ी अभी एक महीने बाद मिलेगी क्योंकी गाड़ी का पार्ट बाहर से आता है और जिसे प्रायः आने में 25 दिन लगते हैं और फिर रिपेयर में भी वक्त लगेगा इन सब बातों से यूजर बहुत आहत हुआ और बीवाईडी इंडिया को गाड़ी वापसी की मांग के साथ लीगल नोटिस भेजा है। जबकि बिना एक्सीडेंट के एयर बैग का खुलना मैनुफैक्चरिंग डिफेक्ट में आता है।

यूजर भारत भूषण प्रवक्ता डॉट कॉम से शुरुवात से जुड़े हैं , जब उनसे बात की गई तो उनकी महत्वपूर्ण चिंता थी बीवाईडी ई6 इलेक्ट्रिक वाहन की सुरक्षा मापदंड। उनका कहना था कि जब इन्श्योरेन्स कंपनी आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ने क्लैम रिजेक्ट किया और कहा कि गाड़ी में जब कोई एक्सीडेंट के निशान नहीं हैं और कोई बाहरी बॉडी डैमेज भी नहीं है तो फिर चलती गाड़ी में एरबैग का खुलना एक बहुत ही खतरनाक स्थिति हो सकती थी जिसे BYD वालों ने नजरअन्दाज किया और शिकायत के बाद भी कोई कारवायी नहीं की, जबकि बिना एक्सीडेंट के एयर बैग का खुलना मैनुफैक्चरिंग डिफेक्ट में आता है। और भारत में इसकी पार्ट्स उपलब्ध नहीं होने से नॉर्मल रिपेर टाइम भी बहुत ज्यादा है। (समाचार लिखे जाने तक 27 दिन बीत चुके हैं , पर अब तक गाड़ी के पार्ट्स के बारे में यूजर को कोई खास अपडेट नहीं है)
देखा जाए तो, बीवाईडी की सफलता के लिए ग्राहकों का विश्वास बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें उत्पाद की विश्वसनीयता, सेवा गुणवत्ता, और दीर्घकालिक समर्थन के संबंध में किसी भी चिंता का समाधान करना जरूरी है। बाजार में बेहतर बने रहने के लिए बीवाईडी को उपभोक्ता के शिकायतों को भी जल्द सुलझाना होगा, नहीं तो दूसरी विदेशी कार कंपनियों की तरह ही बीवाईडी को भी भारत से बोरिया बिस्तरा समेटना पड़ेगा।

इसके अलावा हाल में ही बीवाईडी पर आयातित कार पुर्जों पर कम टैक्स जमा करने का आरोप लगा है और भारतीय राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) द्वारा जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, बीवाईडी ने विवादित राशि जमा की है, लेकिन जांच अभी भी जारी है।

इसके अलावा, बीवाईडी की भारत में एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने की योजना में भी बाधाएं आई हैं। भारतीय सरकार ने पिछले प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी है । इन नियामक चुनौतियों के अतिरिक्त, बीवाईडी इंडिया को सेवा-संबंधित चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। ऑटोमोटिव बाजार में नए प्रवेश कर्ता के रूप में, एक मजबूत सेवा नेटवर्क स्थापित करना महत्वपूर्ण है। बीवाईडी को भारत के विविध भौगोलिक क्षेत्र में उचित आफ्टर-सेल सेवा, जैसे कि रखरखाव, मरम्मत, और स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने की चुनौती है।बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए, बीवाईडी को उपभोक्ता विश्वास का निर्माण करना होगा। उत्पाद की विश्वसनीयता, सेवा गुणवत्ता और दीर्घकालिक समर्थन से संबंधित मुद्दों को प्राथमिकता देनी होगी। उपभोक्ता शिकायतों का त्वरित समाधान भी आवश्यक है, अन्यथा कंपनी को अन्य विदेशी कार निर्माताओं की तरह भारत से बाहर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।

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