-रवि कुमार छवि-
अमेरिकी अभिनेता और ऑस्कर विजेता रॉबिन विलियम्स ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रुपहले पर्दे पर हास्य किरदार निभाने वाले रॉबिन विलियम्स का इस तरह से चला जाना एक बार फिर से इस ग्लैमर इंडस्ट्री का ऐसा आयाम दिखाता है जिसे शायद ही कोई स्वीकार कर पाए। उनके निधन पर ओबामा सहित कई दिग्गज शख्सियतों ने शोक जताया ना सिर्फ हॉलीवुड बल्कि बॉलीवुड ने भी अपनी शोक सवेंदना व्यक्त की। रॉबिन विलियम्स ने पर्दे पर फिल्मों, टेलीविजनों, स्टैंडअप कॉमेडियन और थियेटर में अद्भुत रोल अदा किए .रॉबिन ने अपने शानदर अभिनय के दम पर ही दो एमी, चार गोल्डन ग्लोब, पांच ग्रैमी और दो एसएजी पुरस्कार भी जीते थे.
रॉबिन विलियम्स गुड मॉर्निंग वियतनाम और डेड पोएट्स सोसाइटी जैसी फ़िल्मों के लिए मशहूर थे. गुड विल हंटिंग के लिए उन्हें ऑस्कर भी मिला था जबकि वर्ष 1997 में एंटरटेनमेंट वीकली पत्रिका ने विलियम्स को ‘‘सबसे हंसोड़ जीवित व्यक्ति’’ की उपाधि दी थी. इसके अलावा 1970 और 80 के दशक में स्टैंड अप कमेडियन के रुप में घर-घर में पहचान बना ली थी. रॉबिन विलियम्स एक जिंदादिल इंसान थे। हॉलीवुड में उनके अभिनय के लोग कायल थे. उनके कॉमेडी सेंस शानदार था.इसी के चलते रॉबिन विलियम्स की अदाकारी वाली हुक फिल्म के निर्देशक स्टीवन स्पीलबर्ग ने उन्हें तूफानी कॉमेडियन बताया था। इसके अलावा रॉबिन विलियम्स को मिसेस डाउटफायर में शानदार अभिनय के लिए काफी सराहा गया था. इस फिल्म में उन्होंने एक महिला का किरदार निभाया था जिसके कारण इस फिल्म को बेस्ट मेकअप के लिए ऑस्कर पुरस्कार मिला था. साथ ही विलियम्स के नाम पर कॉमिक कैरेक्टर पॉपॉय पर बनी 1980 की फिल्म भी है. इसी के साथ उन्होंने मुख्य अभिनेता के साथ करियर की शुरुआत की और इसके कारण वे जल्द ही लोकप्रिय हो गए।
रॉबिन विलियम्स ने 1988 में नासा के अंतरिक्ष शटल डिस्कवरी के सदस्यों को सुबह समय से जागने में मदद की थी। वीडियो में कहा था, गुड मॉर्निंग डिस्कवरी। गुड मॉर्निंग डिस्कवरी। उठो लड़कों। अब शटल शफल शुरू करने की बारी है। आपको पता है कि मैं क्या कहना चाहता हूं। आपके लिए एक गीत है, जो हम अरबों लोगों की तरफ से आप पांच लोगों को समर्पित है।
विलियम्स की 1987 में आई फिल्म ‘गुड मॉर्निंग वियतनाम’ से प्रेरित इस वीडियो क्लिप ने एसटीएस-26 मिशन के तहत धरती का चक्कर लगा रहे यान में मौजूद वैज्ञानिकों के चेहरे पर मुस्कान ला दी थी। अब इन सबके बीच एक सवाल उठता है कि आखिर क्यों उन्होंने आत्महत्या की क्यों वो अपनी असल जिंदगी में हास्य पैदा नहीं कर पाए जिसने जिंदगी भर लोगों को हंसाया वो अंत में खुद गंभीर अवसाद में रहने लगा। पिछले कुछ समय से वे ड्रग्स और शराब की लत से जूझ रहे थे.हालांकि जुलाई में लॉस एंजेलेस टाइम्स ने ख़बर दी थी कि हाल ही में वे एक सुधार केंद्र से लौटे थे और अपनी लत से निकलने की कोशिश कर रहे थे. मगर आखिरकार क्यों वे इस लत से बाहर नहीं आए। क्या उन्होंने खुद में ही एक दुनिया रचा ली थी जिसके इर्द-गिर्द वे ऐसी कहानी बनाने लगे जिसका अंत दुखद है क्यों वो उस दिन घर में अकेले थे। आखिर क्यों वो अवसादग्रस्त रहने लगे थे इन जैसे ना जाने कितने सवाल उनके साथ ही ज़मीदोज़ हो गए । जिसने अपने अभिनय से लोगों को हंसाया वो आज उन्हीं लोगों की पलकें भिगा कर चला गया. रॉबिन विलियम्स का जाना सिनेमा के लिए किसी त्रासदी से कम नहीं है।