खाटू श्याम
तर्ज: अकेले हैं चले आओ आओ
मु : परेशान हैं सुनो प्यारे, जहा हो
खाटू मैं आएं हैं, तुम कहाँ हो
परेशान हैं।। -2
अ १: तुझे हम चाहते हैं , जहां सब पूजता है
न कोई अब हमारा है, न कोई सूझता है
परेशान हैं। ………।। -2
अ २: अब व्याकुल है, ये जीवन
सताए है तेरा ही गम -2
न सोते हैं, न जागते हैं
तेरी ही याद मैं मोहन
परेशान हैं। ………।। -२
देवकी मैया के हो प्यारे
वासुदेव के हो छैया
जसोदा के हो नन्द लाला
बलदाऊ के हो भैया
परेशान हैं। ………।। -२
मीरा के हो गिरधारी
राधा के सांवरिया
रुक्मणि के द्वारिका धीश हो
गोपियों के चीर चुरैया
परेशान हैं। ………।। -२
साथ देते हो हारे का
हमे भरोसा है श्याम तेरा
नन्दो शरण मैं है आया
राकेश ने तुम्हे हेरा (बिना तेरी कृपा बाबा गुजरा हो कैसे मेरा )
परेशान हैं। ………।। -२
नन्दो भैया हाथरसी