– डॉ. मनोज चतुर्वेदी
साहित्य से स्त्री, शृंगार तथा प्रकृति एवं फिल्मों से रोमांस, भव्य सेट व ढिशुम-ढिशुम को निकालने पर कुछ बचता नहीं। भारतीय सिनेमा जगत को फिल्म ‘देवदास’, ‘हम दिल दे चुके सनम’ तथा ‘सांवरिया’ देने के बाद ‘गुजारिश’ को लेकर आए संजय लीला भंसाली एक ऐसे निर्माता/निर्देशक है जिनका फिल्मी कहर दर्शकों पर छाया रहता है। सचमुच सिनेमा हाल में फिल्म को देखने के वाले दर्शक एक बार तो भावना एवं संवेदना से प्रभावित होकर आंसू बहा ही देंगे। फिल्मों में जादू तथा प्रेत को चित्रित करने की एक लंबी परंपरा रही है। ‘गुजारिश’ की पृष्ठभूमि गोवा पूर्तगीज के हैं। ईथन मैस्केरैनियस (रितिक रोशन) एक प्रभावी, मशहूर तथा अत्यंत सुंदर जादूगर है। वह अपने जादूगरी के लिए अत्यंत मशहूर है। पर विधि का विधान ऐसा है कि वह लकवाग’स्त हो जाता है तथा उसकी सेवा लगातार 14 वर्षों से सोफिया (ऐश्वर्या राय बच्चन) करती है। इसी बीच लकवागस्त ईथन मन ही मन सोफिया से प्रेम करने लगता है। लेकिन वह इच्छा मृत्यु की मांग कर बैठता है। अंतत: लंबी जद्दोजहद के बाद दोनों में शादी हो जाती है।
प्राय: यह देखा जाता है कि कुछ संकामक बीमारियों से दुखित होकर मरिज आत्महत्या या जल्दी मृत्यु के लिए विवश हो जाते हैं। जैसे एड्स, कैंसर तथा अन्य बीमारियां जिसमें रोगी को लगता है कि इस संसार में रहना उसके लिए व्यर्थ है तथा इसका एकमात्र समाधान जल्दी से जल्दी मृत्यु को वरण करना ही है। इस प्रकार के भावनात्मक विषयों को लेकर फिल्म बनाना संजय लीला भंसाली द्वारा ही हो सकता है क्योंकि संवेदना, व्यथा तथा शृंगार रसों के वे पारखी है।
फिल्म में भव्य सेट तथा सुफियान लहजे में, ‘अक’ोश’ के गीतों की तरह ‘थोड़ी सी मिर्ची है सौ ग’ाम जिंदगी के खर्ची है। असली है झूठी है, संभल के खर्ची है’।
एक दूसरा गाना तो क्या कमाल कर देता है?
‘बस इतनी सी गुजारिश है,
एक ख्वाहिश है……..
ये तो बारिश है’।
फिल्म ‘गुजारिश’ में रितिक रोशन व सुंदरी ऐश्वर्या राय तथा भव्य सेट दर्शकों को बांधने में कामयाब हुए हैं। करीब-करीब फिल्म में ईच्छामृत्यु तथा भावनात्मक संबंध चार चांद लगा देते है। जो दर्शकों की चाह है तथा लगन व उत्साह है। कुल मिलाकर यह फिल्म ठीक कही जा सकती है।
कलाकार – रितिक रोशन, ऐश्वर्या राय बच्चन, सुहेल सेठ, आदित्य राम कपूर वगैरह।
निर्माता/निर्देशक/संगीत – संजय लीला भंसाली।
गीत – विभुपुरी, तुराज।
म्यूजिक एलबम – टी-सीरीज।
गायक – सुनिधि चौहान, राकेश पंडित वगैरह।