5 योजनाएं जो नरेन्द्र मोदी को दुबारा प्रधानमंत्री बना सकती हैं

लोकसभा चुनाव 2019 का बिगुल बज चुका है। लोग अपने-अपने ढंग से चुनाव परिणाम की भविष्यवाणी कर रहे हैं। यदि विकास की बात करें तो मोदी सरकार ने अपने 5 साल के कार्यकाल में कई ऐसे काम किए हैं जिसमें भारतीय समाज में बदलाव देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी अपने भाषणों में उन्हीं योजनाओं के आधार पर जनता से वोट मांग रहे हैं। केन्द्र सरकार की इन योजनाओं का अध्ययन करें तो हम देखते हैं कि इनकी सफलता के आंकड़े पार्टी को दुबारा चुनाव जीता सकती हैं।

  1. उज्ज्वला योजना

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यह महत्वाकांक्षी योजना है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे 5 करोड़ परिवारों को एलपीजी गैस सिलेंडर दिया जा रहा है। ये गैस सिलेंडर बिना किसी सिक्योरिटी मनी के दिए जा रहे हैं। गरीब परिवारों के रसोईघर को धुंआ मुक्त करने का फैसला लिया गया है। योजना की शुरुआत के बाद लगभग 36 महीने के अन्तराल में ही लगभग सात करोड़ परिवारों तक सरकार ने गैस सिलेंडर पहुंचा दिया है।

2.आवास योजना

भारत के ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सभी परिवारों को 2022 तक आवास मुहैया कराने की योजना है। यह योजना 20 नवम्बर 2016 को शुरू की गई थी। आवास योजना के तहत 2022 तक 2.95 करोड़ मकान बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के पहले चरण में 31 मार्च 2019 तक 1 करोड़ पक्का घर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने जो आंकड़े प्रस्तुत किए हैं  उनके अनुसार वित्तीय वर्ष 2014-15 से 2017-18 के बीच ग्रामीण क्षेत्र में कुल 1 करोड़ 7 लाख मकान बनाकर उन्हें जनता को सौंप भी दिया गया है। इनमें से 38 लाख 20 हजार मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत और  69 लाख मकान इन्दिरा आवास योजना के तहत निर्मित किए गए हैं।

  1. शौचालय

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छता अभियान को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित किया है। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को बापू के जन्मदिन पर की। इस मिशन का लक्ष्य था कि 2 अक्टूबर 2019 तक ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्ण स्वच्छता प्राप्त कर ली जाएगी। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक परिवार को शौचालय निर्माण के लिए 12,000 रुपए दिए जाते हैं। केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के मुताबिक अबतक देश के 90 फीसदी से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय निर्माण का काम पूरा किया जा चुका है। अब तक पूरे देश में इस मिशन के तहत 8 करोड़ से अधिक शौचालय बनाए जा चुके हैं। शौचालय निर्माण का यह मिशन ग्रामीण महिलाओं के लिए वरदान साबित हुआ है क्योंकि शौचालय के बिना सबसे ज्यादा कष्ट उन्हें ही सहना पड़ता था। शौच के लिए जाने के लिए उन्हें रात का इंतजार करना पड़ता था।

  1. मुद्रा योजना

मुद्रा योजना ने भारत के युवाओं के सपनों को उड़ान दी है। सरकार ने युवाओं के सपनों को पूरा करने का ज़िम्मा उठाया है। धन के अभाव में युवा अपना रोजगार शुरू नहीं कर पाते थे। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कम्पनी और माइक्रो फाइनेंस कंपनी द्वारा छोटे और मध्यम कारोबारियों को बिना किसी सिक्योरिटी के कर्ज देने का प्रावधान है। यह कर्ज छोटे कारोबार को बढ़ावा देने के लिए उपलब्ध कराया जाता है। इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 अप्रैल 2015 को की थी। अब तक मुद्रा योजना के तहत 5.71 लाख करोड़ रुपए का कर्ज बांटा जा चुका है। अब तक करीब 13 करोड़ लोगों को इस योजना का लाभ मिल चुका है। इस योजना के कारण देश के युवा नौकरी देने वाले बन रहे हैं।

  1. जनधन योजना

अब तक भारत की अधिकांश आबादी के लिए बैंकों के दरवाजे बंद थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनधन योजना के माध्यम से गरीबों के लिए बैंकों के दरवाजे हमेशा के लिए खोल दिए। योजना के तहत गरीब नागरिकों को सेविंग बैंक अकाउंट के साथ-साथ लोन लेने, पैसा ट्रांसफर करने, बीमा कराने आदि की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। केन्द्र सरकार ने जो आंकड़े जारी किए हैं उनके मुताबिक अब तक 33 करोड़ से ज्यादा जनधन खाते खोले गए हैं। इन खातों में 82 हजार करोड़ स् ज्यादा रुपए भी जमा हैं। इन खातों के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सरकारी योजनाओं का भी लाभ मिल रहा है। अब सब्सिडी के पैसे सीधे उनके खाते में चले जा रहे हैं। अब तक बैंक खाता के अभाव में उनके पैसे बिचौलिए और महाजन ठग लेते थे।

ये योजनाएं 2019 के चुनाव में गेम चेंजर हो सकती हैं क्योंकि इन योजनाओं ने देश की बड़ी आबादी के जीवन स्तर को ऊपर उठाने का महत्वपूर्ण प्रयास किया है।

डॉ अरुण कुमारलेखक दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी पढ़ाते हैं  

साभार : academics4namo.com

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