आरती राम लखन की कीजै
तन मन धन सब अर्पण कीजै
आरती राम लखन की कीजै
विष्णु के अवतारी हैं राम रमैया।
शेष नाग के रूप हैं लक्ष्मण भैया।
इन दोनों का सुमिरन कीजै। (प्रेम सहित दर्शन कीजै। )
आरती राम लखन की कीजै
दोनों ही भैया हैं धनुष धारी।
साथ विराजें जनक कुमारी।
इनके चरणों में नमन कीजै
आरती राम लखन की कीजै
अवध बिहारी दशरथ नंदन।
साथ विराजें भारत शस्त्रुघन।
सुभह शाम उठ वंदन कीजै।
आरती राम लखन की कीजै
राजा राम जानकी हैं रानी।
आनंद कंद अवध रजधानी।
इस छवि को नैनन भर लीजै।
आरती राम लखन की कीजै
कौशल्या नंदन दशरथ लाला।
सेवा में इनकी हैं बजरंग बाला।
सर्वस्व ही इन्हें अर्पण कीजै। कृपा दृष्टि इनकी पा लीजै।
आरती राम लखन की कीजै….