आया आज बैशाखी का त्यौहार |

0
249

आया आज बैशाखी का त्यौहार |
जिसमे होती है अन्न की बौछार ||
इन दिनों खेतो में अन्न पाक जाता |
पक कर अन्न घरो पर है आ जाता ||
फिर झूम जाते है सभी कृषक परिवार |
मनाते ख़ुशी से ये बैशाखी का त्यौहार ||
आया आज बैशाखी का त्यौहार |
जिसमे होती है अन्न की बौछार ||

सिख धर्म का यह नव वर्ष कहलाता |
पंजाब हरियाणा में ये मनाया जाता ||
सूर्य मीन राशि से मेष राशी में जाता |
ग्रीष्म ऋतु का आगमन है हो जाता ||
प्रकृति भी नये वस्त्र ओढ़ कर आती |
नव पल्लवों से अपने आपको सजाती ||
इसको देख करते है सभी जन श्रृंगार |
हो जाता है जीवन में हर्ष की भरमार ||
देखो ये कितना सुंदर है त्यौहार |
आया आज बैशाखी का त्यौहार ||

13 अप्रैल को ये मनाया जाता |
ढोल नगाड़े खुशिया ये लाता ||
धरती भी करती सोलह श्रंगार |
पहन कर के प्रकृति के उपहार ||
जब घर में नया अन्न आ जाता |
खुशियों के समुन्द्र से भर जाता ||
कुडिया मुंडे रल के भंगड़ा पाते |
अपनी भाषा में नये गीत गाते ||
खुशियों से भर जाता है संसार |
आज आया बैशाखी का त्यौहार ||

आर के रस्तोगी

Previous articleप्रकृति क्यों बदला लेती है ?
Next articleपंथनिरपेक्षता और छत्रपति शिवाजी महाराज
आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here