एक्शन में योगी, जनमानस में खुशी की लहर

मृत्युंजय दीक्षित

उप्र में सी एम योगी आदित्यनाथ के  सत्ता संभालने के बाद अब उनकी प्रशासनिक क्षमता व चुनाव संकल्प पत्र में व पीएम मोदी की जनसभाओं में किये जाने वाले वायदों की अग्निपरीक्षा का दौर भी प्रारम्भ हो गया है। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ अब पूरी तरह से ऐक्शन में  आ गये हैं। सीएम योगी ने पूरी तरह से पीएम नरेंद्र मोदी के नक्शे कदम पर चलते हुए  अपने काम को शुरू किया है। सीएम योगी ने पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि उनकी सरकार ईमानदारी , समानता व स्पष्ट इरादों के साथ चलेगी। उनकी सरकार में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जयेगा। भाजपा के चुनावी वादों पर प्रशासनिक महकमों ने काम शुरू भी कर दिया है। सीएम योगी ने पहले ही दिन प्रदेश सरकार के मुत्रियों व अफसरों से संपत्ति का ब्यौरा मंाग लिया है । सरकार का पहला सबसे बड़ा प्रहार अवैध रूप से संचालित किये जा रहे बूचड़खनों पर हुआ है तथा जिसका अब राजनैतिक , सामाजिक व आर्थिक प्रभाव दिखने लग गया है। बूचड़खानों को लेकर मुस्लिम परस्तों की राजनीति प्रारम्भ हो गयी है।

वहीं दूसरा प्रहार एंटी रोमियो का है। यह एक बहुत ही बड़ा सामामिक सुधार का कार्यक्रम है इस अभियान से जहां प्रदेश की स्कूल व आफिस जाने वाली युवतियों व छात्राओं में नये सिंरे से आत्मविश्वास का भाव जगा है तथा अब उनको यह भी लगने लगा है कि अब कम से कम राह चलते समय कोइ छेड़खानी या फिर अन्य किसी प्रकार की वारदात तो उनके साथ नहीं होगी।  एंटी रोमियो अभियान एक प्रकार से  स्कूलों व कालेजांे के बाहर खड़े वाले आवारा असमाजिक तत्वों के खिलाफ है। पूरे प्रदेशभर में अरातक तत्वों ने आफत मचा रखी थी । इसी कारणवश प्रदेशभर की कई लड़कियों ने स्कूल जाना बंद कर दिया था। लेकिन इस पर भी खूब राजनीति हो रही है।

जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने गोरखपुर दौरे  के दौरान साफ कर दिया है कि केवल वे ही बूचड़खाने बंद कियो जा रहे हैं जोकि पूरी तरह से अवैध हंै। अब तक प्रदेशभर में 300 से भी अधिक दुकानें बंद हो चुकी हैं। साथ ही बूचड़खानों के बंद होने से मीट की दुकानों  को बंद होना पड़ गया हैं। राजधानी लखनऊ स्थित प्रसिद्ध टुंडे कवाबी की दुकान पर उसके लम्बे इतिहास में पहली बार ताला पड़ गया। कारण बताया गया कि कच्चा माल न मिल पाने के कारण दुकान को बंद किया गया हैं। प्रदेश सरकार ने गौवध व गौतस्करी के खिलाफ  भी महाभियान शुरू कर दिया हैं । जगह -जगह पुलिस अफसरों ने अपना गुडवर्क दिखलाने का काम भी शुरू कर दिया है। अवैध बूचड़खनों के बंद हो जाने के बाद गौवध पर की जा रही छापामारी से गौमंास निर्यातकों में अफरा- तफरी व घबराहट का वातवरण पैदा हो गया है जिसके कारण अब इन लेगों ने मीट की दुकानों की हड़ताल करवा कर अपनी मुस्लिम परस्त राजनीति का खेल शुरू कर दिया है। अब यह कहा जा रहा है कि  अवैध बूचड़खानों के बंद होने से लोगो की रोजी रोटी छीनी जा रही है। बेरोजगारी बढ़ रही है । जो लोग बेरोजगार हो रहे हैं सरकार उन लोगों को मुआवजा दे। रोजगार उपलब्ध कराये।

बूचड़खानें बंद किये जाने से यह साफ हो रहा है कि इनकी आढ़ में बहुत कुछ असामाजिक काम हो रहे थे। जिसमें सबसे बड़ी बात यह है कि इन बूचड़खानों से गौमांस की तस्करी भी पर्याप्त मात्रा में हो रही थी तथा गौभक्त व गौसेवक सीएम के रहते  आखिर गाय व दुधारू पशुओं पर अत्याचार क्यों हो। अब समय आ  गया है कि गौवधव गौ तस्करी पर कड़ाई से लगाम लगाने के लिये कड़ा कानूल बनाया जाये। भाजपा संासद व नेता सुब्रहमण्यम स्वामी ने गौवध पर एक विधेयक का प्रारूप भी सदन के पटल पर पेश किया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ अब हर रोज कोई न कोई  दिशानिर्देश अपने मंत्रियों को दे रहे हैं तथा पुरानी सरकारों की योजनाओं की समीक्षा बैठकें कर हैं। उन्होनें गोरखपुर दौरे में साफ ऐलान कर दिया है कि जिन लोगों को 18-20 घंटे काम करना हो वहीं लोग उनके साथ रहें तथा उन्होनें यह भी ऐलान कर दिया है कि गुंडे व असामाजिक तत्व या तो सुधर जायें या फिर प्रदेश छोड़कर चले जायें। सीएम इस बात के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है कि वह प्रदेश का भेदभाव रहित विकास करेंगे और सभी वर्गो को न्याय मिलेगा। जिस पर अमल भी प्रारम्भ हो गया है। मुख्यमंत्री का कहना है कि किसी का भी किसी भी प्रकार से तुष्टीकरण नहीं किया जायेगा।

अपने गोरखुपर दौरे में मुख्यंत्री आदित्यनाथ ने हज यात्रियों को दजान वाली सहायता राशि व हज हाउस के मुकाबले में ही पूर्ण रूप से स्वस्थ्य जो व्यक्ति कलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाना चाहते हैं उनको एक लाख की सहयाता राशि देने व सहित कैलाश मानसरोवर भवन बानाने का भी ऐलान कर दिया है। सीएम योगी ने कई प्रकार के व्यवहार व  कार्यशैली को अपना लिया हैं वह पीएम मोदी के दिशा निर्देशों पर ही चल पड़े हैं लेकिन अपनी पार्टी का संकल्प  लागू करने के लिए पूरी तरह से संकल्पित नजर आ रहे हैं। यही कारण है कि उन्होने पीएम मोदी की तरह सभी अफसरों से समय से कार्यालय पहुचने का आदेश तो दिया ही साथ ही हर शुक्रवार को स्वच्छता अभियान चलाने का भी आदेश दिया है तथा सभी को शपथ भी दिलवायी है। यही कारण है कि आज प्रदेश की अफसरशाही में हडकम्प मचा हुआ है। अधिकारियों को कुछ समझ में नहीं आ रहा है। हालाकि अभी प्रदेश कैबिनेट की पहली बैइक का इंाजर किया जा रहा है लेकिन इसके विपरीत अभी प्रदेश के सभी मंत्रालयों को कड़े निर्देश अवश्य जारी किये जा रहे है। चाहे वह बात बिजली, पानी की हो या फिर  सड़क , अस्पताल ,स्कूल- कालेजों की । सभी जगह व्यवस्थाओं को चाक चैंबद बनाने के निर्देश जारी किये जा रहे हैं। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार से अब कोई समझौता नहीं होगा , साथ ही उपमुख्यमंत्री कैशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि अब हम 14 साल के भ्रष्टाचार का पूरा हिसाब लेकर रहेंगें जिसके कारण पूरे प्रदेशभर में  विरोधियों के होश उड़ गये हैं।

मुख्यमंत्री योगी पूरी तरह से एक्शन में हैं। यह उन्हीं के ऐक्शन का कमाल है कि  आज प्रदेशभर के थानों व सरकारी कार्यालायों में तथा पर्यटन स्थलों में स्वच्छता अभियान चल पड़ा है।  सभी सरकारी कार्यालयों में अधिकारी व कर्मचारी समय पर पहुंचने लग गये हैं। जो नहीं पहुंच रहे उन पर कार्यवही की जा रही है। आज प्रदेश में बदलाव का वातावरण दिचालायी पड़ रहा है। अभी सरकार नयी है ,बहुमत भी है तथा जितना बहुमत है उतना ही जोश व उमंग भी है।यही कारण है कि सीएम योगी अपने लोगों व अधिकारियों से कह रहे हैं कि जोश व तेजी के साथ आगे बढ़ना है ओर होश भी रखना है। अब कम से कम प्रदेश में बदलाव की बयार तो दिखने लग गयी है। लेकिन पूरा सुधार दिखने में कुछ समय तो लगेगा ही । सीएम योगी डेडलाइन तय कर रहे हैं उन्होनंे 1 जून तक प्रदेश की सड़कों को गडढा मुक्त करने का ऐलान तो किया ही है, साथ ही लखनऊ में गोमती रिवर फ्रंट की समीक्षा करते हुए उसका दो किमी तक विस्तार करने और एक मई तक हर हालत में गोमती नदी को स्वच्छ करने का ऐलान किया है। गोमती रिवर फ्रंट की समीक्षा के दौरान उन्होनें अनियमितता पर कड़े तेवर दिखाये। इस बात से साफ संकेत जा रहा है कि पिछली सरकार जो अधूरे निर्माण छोड़ गयी है वह बंद तो नहीं किये जायंेगे अपितु उनका सुधार और  विस्तार किया जायेगा।  पुरानी सरकार की अधिकांश  भर्तियों पर रोक लगगयी है। वहीं सगबसे बड़ी बात यह भी हुई कि राशन कार्डो पर  पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश का जो कवर लगा है उसको हटाया जा रहा है। एक और बात यह होने जा रही है कि जहां-  जहां समाजवाद व लोहिया जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है वह सब बंद होने जा रहा है। अतः आने वाले समय में प्रदेश में बदलाव और अधिक दिखलायी पड़ने जा रहा है। सबसे बड़ी बात यह भी होनंे जा रही है अब भाजपा सरकार का कोई भी कानून कहीं पर भी नहीं फंसेगा। सरकार समय -समय पर  जनता के हित में कडे कानून लाने के लिए स्वतंत्र है। वह पान मसाला ,गुटखा पर भी बैन लगा सकती है और पलस्टिक, पालीथिन पर भी। प्रदेश सरकार के पास कानून का राज स्थापित करने के लिए पर्याप्त बहुमत व समय है।अब सी के क्या डरना केवल जनता जर्नादन को छोड़कर । उसे तो बस 24 घंटे बिजली और विकास ही चाहिये। साथ ही अपराधमुक्त प्रदेश।

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