संघ, संघ परिवार और भाजपा के मूल में ही दलितोन्मुखी विचारधारा का प्रतिक्रियावादी विरोध
अजीब विडम्बना है …. आजादी के लगभग सात दशकों के बाद भी, सामाजिक कुरीतियों और विषमताओं…
अजीब विडम्बना है …. आजादी के लगभग सात दशकों के बाद भी, सामाजिक कुरीतियों और विषमताओं…
जिस अपार बहुमत के साथ जनता ने नीतीश जी के नेतृत्व में एक और नयी…
आलोक कुमार :- राघोपुर की जनता आपको क्यूँ वोट दे और राघोपुर के लिए…
समाजवाद के भगवा – संस्करण के साथ भाजपा ने बिहार में महागठबंधन को एक झटका…
अगर जुटी हुई ‘भीड़’ चुनावी नतीजों के आक्लन का पैमाना है तो कल दिनांक ३०.०८.२०१५ को पटना…
आज से पाँच दिनों पहले , रविवार ९ अगस्त २०१५ को , गया की रैली…
( सोए हुए साँप को पत्थर नहीं मारना चाहिए )” जहर पीने की बात…
सेवा नहीं , खुद के लिए मेवा का जुगाड़ ही आज की राजनीति है l मेवा खाने की तड़प…
चुनावी – मौसम में बिहार के निजाम नीतीश कुमार जी का मिजाज भी बदला हुआ…
-आलोक कुमार- आसन्न बिहार विधानसभा चुनावों में अति-पिछ़ड़ी जातियों के मतदाता निश्चित तौर पर निर्णायक…
-आलोक कुमार- बिहार में राजनीति की कोई सर्वांगीण विचारधारा नहीं चलती यहाँ राजनीति में जातिवाद…
-आलोक कुमार- कल जब दिल्ली के ‘मुख्य-संतरी’ और ‘आम आदमी नौटंकी पार्टी’ के संचालक अरविंद केजरीवाल को ‘जनता का रिपोर्टर’ कार्यक्रम…