राजनीति विनायक सेन को क्षमादान या दण्ड February 20, 2011 / December 15, 2011 | 3 Comments on विनायक सेन को क्षमादान या दण्ड अमल कुमार श्रीवास्तव पीयूसीएल नेता डॉ विनायक सेन को भारतीय दण्ड संहिता की धारा 124 ए के अन्तर्गत राज्य के खिलाफ षड्यंत्र रचने और राजद्रोह के आरोप में छत्तीसगढ़ की एक निचली अदालत ने प्रतिबंधित माओवादियों की सहायता करने के आरोप में राजद्रोह का दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।स्थिति यह है […] Read more » Vinayak Sen विनायक सेन
विविधा राष्ट्रहित में बाधक काला धन February 10, 2011 / December 15, 2011 | 1 Comment on राष्ट्रहित में बाधक काला धन अमल कुमार श्रीवास्तव आम जनता काले धन से जितना आर्थिक रूप से चिंतित है उससे कहीं अधिक सफेदपोशों द्वारा विदेशों में जमा किए जा रहें लाखों करोड़ों रूपए के काले धन के आकड़े सुनकर और इसे रोकने में नीति नियंताओं की लापरवाही देखकर मानसिक रूप से पीड़ीत हो रही है। दिनोंदिन काले धन पर जनता […] Read more » Corruption काला धन भ्रष्टाचार
कविता कविता/रामजन्मभूमि October 27, 2010 / December 20, 2011 | Leave a Comment सुलग रहे है शोले रामजन्म स्थल पर भभक रही है ज्वाला अयोध्या के नाम पर नतमस्तक है जिन चरणों पर पूरा देश उस राम की सम्पूर्ण वंदना अभी रह गयी है शेष जाग उठो अब मां भारती के संतान करने को तैयार हो जाओ फिर भोले सा विषपान ना जागे तो हो जायेगी मातृभूमि कलंकित […] Read more » poem कविता
धर्म-अध्यात्म हर युग में राम की जय… October 3, 2010 / December 22, 2011 | 2 Comments on हर युग में राम की जय… -अमल कुमार श्रीवास्तव सत्य की हर युग में जीत होती है 30 सितम्बर 2010 को इलहाबाद हाइकोर्ट द्वारा अयोध्या मामले पर आने वाले फैसले ने इस बात को सार्थक साबित कर दिया। पिछले 60 वर्षो से चल रहे इस मामले ने कई बार तुल पकडी जिसका खामियाजा कई लोगों को भुगतना पडा लेकिन अंतत: इस […] Read more » Ram Birthplace अयोध्या आंदोलन रामजन्मभूमि
कविता कविता : राजनीति May 19, 2010 / December 23, 2011 | 1 Comment on कविता : राजनीति कुर्सी की लालसा में बढ रहा अब राजनीति का खेल हर नेता पाने को लोलुप कर रहा एक दूसरे से मेल। बुद्धिजीवी बनाकर बैठा घर को अपने जेल सत्ताधारियों के नंगे नाच की चल पडी अब रेल। आम आदमी करवा रहा है खुद से खुद का शोषण जनप्रतिनिधि के कुर्सी पर बैठा रहा विभीषण। जन्म […] Read more » politics राजनीति
प्रवक्ता न्यूज़ खतरे में है चौथा स्तम्भ December 16, 2009 / December 25, 2011 | 1 Comment on खतरे में है चौथा स्तम्भ माना जाता है कि देश चार स्तम्भों पर खडा है, जिसमें पहला स्तम्भ विधायिका, दूसरा कार्यपालिका, तीसरा न्यायपालिका और चौथा स्तम्भ मीडिया को माना जाता है। वर्तमान समय में देश के चौथे स्तम्भ की हालत जर्जर चल रही है। अभी कुछ ही समय पूर्व से कयास लगाया जाना शुरू हो गया है कि देश अब […] Read more » Fourth pillar चौथा स्तम्भ
राजनीति बंद करो वोट बैंक की राजनीति…..बुद्धिजीवियों जागो September 12, 2009 / December 26, 2011 | Leave a Comment भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 ‘समता के अधिकार’ में यह प्रावधान किया गया है कि कोई भी व्यक्ति लिंग, भेद, जाति, धर्म और स्थान के नाम पर किसी व्यक्ति से भेदभाव नहीं रखेगा। बावजूद इसके वर्तमान समय का परिदृश्य सबके सामने है। भारत की राष्ट्रीय भाषा के रूप में हिन्दी को स्थान दिया गया […] Read more » Vote Bank वोट बैंक की राजनीति
राजनीति काशी ने दिया आतंक का जवाब…. September 8, 2009 / December 26, 2011 | 2 Comments on काशी ने दिया आतंक का जवाब…. 7 मार्च, 2006 शाम के 6.30 बजे थे। चारों ओर खुशनुमा माहौल था, क्योंकि काशीवासी तो वैसे भी अपने ही अंदाज में जिन्दगी जीते हैं, तभी अचानक से एक जबरदस्त धमाका होता है और चारों तरफ धुंआ ही धुंआ हो जाता है। उसी समय मैं एक मंदिर में प्रवेश कर रहा था कि तभी एक […] Read more » Terror आतंक
कविता अमल कुमार श्रीवास्तव……..की कविता September 5, 2009 / December 26, 2011 | 3 Comments on अमल कुमार श्रीवास्तव……..की कविता न छेड़ो चिंगारियों को आग लग जाएंगी जलजले उठ जाएंगे सारी चमन जल जाएंगी न समझो इन्सानियत को हमारे तुम बेकारगी जो खड़े हो गए भारत मां के सच्चे सपूत तो आतंकियों तुम्हारी अस्तित्व ही मिट जाएंगी।… Read more » poem