जरूर पढ़ें बालश्रम कानून में बदलाव के साईडइफेक्ट May 19, 2015 / May 19, 2015 | Leave a Comment -जावेद अनीस- भारत ने अभी तक संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समझौते की धारा 32 पर सहमति नहीं दी है जिसमें बाल मजदूरी को जड़ से खत्म करने की बाध्यता है। 1992 में भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ में यह जरूर कहा था कि अपनी आर्थिक व्यवस्था को देखते हुए हम बाल मजदूरी को खत्म करने […] Read more » Featured बालश्रम कानून बालश्रम कानून में बदलाव के साईडइफेक्ट श्रम कानून
विविधा व्यंग्य ‘गब्बर इज़ बैक’ एन्ड ही इज मोर डैंजर May 14, 2015 / May 14, 2015 | Leave a Comment -जावेद अनीस- शोले फिल्म के ओरिजिनल क्लाइमैक्स में ठाकुर द्वारा गब्बर को मारते हुए दिखाया गया था जिसे बाद में सेंसर बोर्ड की दखल के बाद बदलना पड़ा, सेंसर बोर्ड नहीं चाहता था कि फिल्म में ठाकुर का किरदार कानून को अपने हाथ में ले। लगभग चालीस साल बाद आयी “गब्बर इज बेक” केक्लाइमैक्स में […] Read more » 'गब्बर इज़ बैक' एन्ड ही इज मोर डैंजर Featured अक्षय कुमार गब्बर इज़ बैक
कला-संस्कृति विविधा नर्मदा के संतानों की रूहें May 6, 2015 / May 6, 2015 | Leave a Comment –जावेद अनीस- कई सालों से देश के किसान मुसलसल आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन किसानों के इस देश में यह एक मुद्दा तब बन पाया जब एक किसान का बेटा लुटियंस की दिल्ली में ठीक हुक्मरानों के सामने खुदकशी कर लेता है। इसके बाद देश भर में भूमि अधिग्रहण कानून और किसान आत्महत्या से जुड़े […] Read more » Featured नर्मदा नर्मदा के संतानों की रूहें नर्मदा नदी
टॉप स्टोरी राजनीति राहुल की वापसी कितनी असरदार April 30, 2015 / April 30, 2015 | 1 Comment on राहुल की वापसी कितनी असरदार –जावेद अनीस- यह राजनीति में ब्रांडिंग और “निवेश” का युग है, जहाँ ब्रांड ही विचार है और विज्ञापन ही सबसे बड़ा साधन है, मोदी ने 2014 की गर्मियों में इस बात को साबित किया था और अब राहुल गाँधी इसे दोहराने के लिए कमर कस रहे हैं. लेकिन समस्या यह है कि आभासी दुनिया के […] Read more » Featured कांग्रेस राहुल राहुल की पदयात्रा राहुल की वापसी कितनी असरदार राहुल गांधी
जरूर पढ़ें विविधा पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी का सवाल April 25, 2015 / April 25, 2015 | 1 Comment on पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी का सवाल -जावेद अनीस- “इस बार सरपंच पद अनारक्षित महिला वर्ग का है, कई उम्मीदवार होंगे, मैं भी एक उम्मीदवार हूँ, मैं आपके बीच की ही एक सामान्य नागरिक हूँ, ना मेरे पास धनबल है,ना बाहुबल और ना ही राजनीतिक छल, बस मेरे पास तो आपका जनबल है जिसके विश्वास से मैंने चुनाव में उतरने का फैसला […] Read more » Featured पंचायत पंचायत में महिलाएं पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी का सवाल महिलाओं की भागीदारी
जन-जागरण प्राथमिक शिक्षा किसके भरोसे April 21, 2015 / April 21, 2015 | Leave a Comment –जावेद अनीस- ‘‘मैं पहले एक प्रायवेट स्कूल में पढ़ता था परन्तु घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण मुझे परिवार वालों ने प्रायवेट स्कूल से निकाल कर सरकारी स्कूल में दाखिल करा दिया, लेकिन वहां पढ़ाई अच्छी नहीं होती थी इस कारण कुछ दिनों बाद मैंने स्कूल जाना बंद कर दिया और काम […] Read more » Featured प्राथमिक शिक्षा किसके भरोसे प्रारंभिक शिक्षा शिक्षा
विविधा सिनेमा हिन्दुस्तान के रूह को तलाशती फिल्म “धरम संकट में” April 15, 2015 | 1 Comment on हिन्दुस्तान के रूह को तलाशती फिल्म “धरम संकट में” जावेद अनीस भारत एक धर्मान्ध देश है,यहाँ धार्मिक जीवन को बहुत गंभीरता से स्वीकार किया जाता है, लेकिन भारतीय समाज की सबसे बड़ी खासियत विविधतापूर्ण एकता है, यह जमीन अलग अलग सामाजिक समूहों, संस्कृतियों और सभ्यताओं की संगम स्थाली रही है, और यही इस देश की ताकत भी रही है. आजादी और बंटवारे के […] Read more » hindi movie dharam sankat mein धरम संकट में
राजनीति कट्टरता के पिंजरे में कैद उड़ानें April 13, 2015 | Leave a Comment वहाबीवाद का पोषक सऊदी अरब विश्व का सबसे मह्त्वपूर्ण और प्रभावी मुस्लिम देश है, यहाँ सऊद द्वारा 1750 में एक इस्लामी राजतंत्र की स्थापना की गई थी। सऊदी अरब विश्व के अग्रणी तेल निर्यातक देशों में शामिल है। यहाँ गठित होने वाली घटनाओं पर दुनिया की नजर बनी रहती है। सऊदी अरब के बादशाह शाह […] Read more » कट्टरता कट्टरता के पिंजरे में कैद उड़ानें जावेद अनीस मुस्लिम देश वहाबीवाद सऊदी अरब
राजनीति अंतर्निहित है ‘आप’ का संकट March 23, 2015 | 1 Comment on अंतर्निहित है ‘आप’ का संकट नयी नवेली, सबसे अलग, अच्छी और भारतीय राजनीति में अमूल चूल बदलाव करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी अपने पहले संकट से उबरी ही थी कि उसका एक और संकट सामने आ गया है, यह संकट उसके बाकि सियासी दलों से अलग होने के दावे पर ही सवालिया निशान है और उसके पारदर्शी, […] Read more » अंतर्निहित है 'आप' का संकट आप पार्टी आम आदमी पार्टी प्रशांत भूषण योगेंद्र यादव
चुनाव विश्लेषण “आप” की चुनौतियाँ और सम्भावनायें February 18, 2015 | Leave a Comment जावेद अनीस 1 दिल्ली ने मोदी के साथ चलने से इनकार कर दिया है और अगले पांच सालों तक ‘अरविन्द केजरीवाल’ पर अपना भरोसा जताया है। दिल्ली ने एक बार फिर चौकाया है और सारे अनुमानों को गलत साबित करते हुए “आम आदमी पार्टी” को प्रचंड बहुमत दिया है। भाजपा का लगभग सफाया हो […] Read more » “आप” की चुनौतियाँ “आप” की सम्भावनायें
जन-जागरण बढ़ती धार्मिक असहिष्णुता और वैश्विक चिंतायें February 11, 2015 / February 11, 2015 | Leave a Comment जावेद अनीस भारत में धार्मिक असहिष्णुता वैश्विक चिंता का सबब बनती जा रही है, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक ही पखवाड़े के दौरान सावर्जनिक रूप से दो बार भारत में बढ़ रही धार्मिक असहिष्णुता का जिक्र किया है, जिसमें एक दफा तो उन्होंने गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के तौर पर भारत के जमीन […] Read more » बढ़ती धार्मिक असहिष्णुता वैश्विक चिंतायें
शख्सियत रजनी कोठारी:- भारतीय राजनीति के सिद्धांतकार January 28, 2015 | Leave a Comment जावेद अनीस “भारतीय समाज में जाति के विरोध की राजनीति तो हो सकती है, लेकिन जाति के बग़ैर नहीं। और राजनीति में जाति के निशान इसलिए दिखाई नहीं देते हैं क्योंकि हमारे समाज में जाति का ठप्पा हर चीज़ पर है।” यह सब कुछ उन्होंने उस समय कहा था जब राजनीति विज्ञान के विश्लेषणों में […] Read more » भारतीय राजनीति रजनी कोठारी