महिला-जगत लेख सार्थक पहल बीहड़ में स्त्री स्वाभिमान की जागरूकता February 1, 2021 / February 1, 2021 | Leave a Comment सूर्यकांत देवांगनभानुप्रतापपुर, छत्तीसगढ़ भारतीय समाज में आज भी बड़ी संख्या में महिलाएं पीरियड्स को लेकर कई मिथकों और संकोचों में अपना जीवन गुजार रही हैं। ’पीरियड्स’ महिलाओं की जिंदगी से जुड़ा एक अहम विषय है, जिस पर खुलकर बात नहीं होती है। देश के बड़े शहरों में हालात जरूर थोड़े बदले हैं, लेकिन गांव और कस्बों में […] Read more » स्त्री स्वाभिमान की जागरूकता
लेख सार्थक पहल मजबूत हौसले ने दी उड़ान January 27, 2021 / January 27, 2021 | Leave a Comment रमा शर्मा टोंक, राजस्थान पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि पिछले कुछ वर्षों में देश में मुस्लिम बालिका शिक्षा की दर में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। पहले की अपेक्षा स्कूल जाने वाली मुस्लिम बालिकाओं की संख्या बढ़ी है। स्कूलों में लड़कियों के […] Read more » राजस्थान का घुमंतु मुस्लिम बंजारा समुदाय
महिला-जगत संकट को संभावनाओं में बदलती महिलाएं January 22, 2021 / January 22, 2021 | Leave a Comment शिरीष खरे पुणे, महाराष्ट्र कोरोना संक्रमण के संकट को पीछे छोड़ते हुए भारत ने एक साथ दो वैक्सीन बना कर जो इतिहास रचा है, उसे मानव सभ्यता कभी नहीं भूलेगी। लेकिन संक्रमण काल में जिस तरह से इंसानों को कठिनाइयों का सामनाकरना पड़ा था, उस काले अध्याय को भी भूला पाना नामुमकिन है। जैसे-जैसे संक्रमण बढ़ता […] Read more » गारमेंट क्लस्टर
कविता थार के पारिस्थितिक तंत्र में अक्षय ऊर्जा की संभावनाएं January 18, 2021 / January 18, 2021 | Leave a Comment दिलीप बीदावत बाड़मेर, राजस्थान रेगिस्तान में अक्षय ऊर्जा अर्थात सौर और विंड एनर्जी निर्माण की अपार संभावनाएं हैं। यहां साल के अधिकांश दिनों में सूर्य दर्शन होता है तथा तेज हवाएं भी चलती रहती हैं। अक्षय ऊर्जा की संभावनाओं को देखते हुए सरकारी एवं गैर सरकारी स्तर पर ऊर्जा उत्पादन और वितरण पर कार्य चल […] Read more » Renewable energy prospects in Thar ecosystem अक्षय ऊर्जा की संभावनाएं
लेख समाज 20 साल बाद भी सुविधाओं से वंचित हैं पहाड़ी गाँव January 15, 2021 / January 15, 2021 | Leave a Comment महानंद सिंह बिष्टचमौली, उत्तराखंड बेहतर सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोज़गार एवं आजीविका की अपेक्षाओं के साथ उत्तरप्रदेश से पृथक हुए राज्य उत्तराखंड आज भी इन मूलभूत आवश्यकताओं के लिए तरस रहा है। राज्य स्थापना के 20 वर्ष बाद भी इस पर्वतीय प्रदेश का रहवासी जीवन के लिए जरूरी मूलभूत ज़रूरतों के लिए संघर्षरत है। कोरोना महामारी […] Read more » hill villages are deprived of facilities सुविधाओं से वंचित पहाड़ी गाँव
संगीत लोक नाट्य कलाकारों का दर्द, बिना पैसे जिंदगी बन गई तमाशा January 7, 2021 / January 7, 2021 | Leave a Comment शिरीष खरे पुणे, महाराष्ट्र “मैं अपने दोनों पैरों में पांच-पांच किलो के घुंघरू बांधता था और गले में ढोलकी लटकाकर जब मंच पर बजाना शुरू करता था तो शरीर का रोम-रोम खिल उठता था। अब ऐसे पुराने ख्यालों को सोच-सोचकर रात बीत जाती है। कानों में पब्लिक की सीटियां गूंजती हैं। उनकी फरमाइशों को मन ही […] Read more » life becomes a spectacle without money Pain of folk theater artists लोक नाट्य कलाकारों का दर्द
लेख स्तन कैंसर के खतरे से अनजान हैं ग्रामीण महिलाएं January 4, 2021 / January 4, 2021 | Leave a Comment सौम्या ज्योत्स्नामुज़फ़्फ़रपुर, बिहार बिहार के एक ग्रामीण इलाके की रहने वाली कुसुमलता (बदला हुआ नाम) को स्तन कैंसर के कारण अपने स्तन हटवाने पड़े थे, क्योंकि उसकी जान पर बन आई थी। इस प्रक्रिया से उसकी ज़िंदगी तो बच गई लेकिन उसका जीवन और भी नरकीय हो गया। स्तनों के हटने के बाद उसके पति […] Read more » Rural women are unaware of the risk of breast cancer स्तन कैंसर स्तन कैंसर के खतरे से अनजान हैं ग्रामीण महिलाएं
लेख खुद बीमार है उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था December 22, 2020 / December 22, 2020 | Leave a Comment बसंत पाण्डेबागेश्वर, उत्तराखंड उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर चुकी हैं। खास तौर से भौगोलिक विषमताओं वाले यहां के पर्वतीय क्षेत्रों में मातृ एवं शिशुओं की देखभाल के सरकारी इंतजाम अति दयनीय दशा में हैं। पहाड़ के दुर्गम क्षेत्रों के हालात और भी ज़्यादा खराब हैं। यहां के प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र स्वयं गंभीर रूप […] Read more » उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था
समाज सार्थक पहल रोज़गार का सशक्त माध्यम बन सकता है पशुधन December 10, 2020 / December 10, 2020 | Leave a Comment फूलदेव पटेल मुज़फ़्फ़रपुर, बिहार ऐसे वक़्त में जबकि देश में रोज़गार के अवसर कम होते जा रहे हैं, बड़ी बड़ी कंपनियां कर्मचारियों की छटनी कर रही हैं, रोज़गार के अवसर लगातार सीमित होते जा रहे हैं, ऐसे वक़्त में भी देश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसी न किसी रूप में रोज़गार के अवसर उपलब्ध हैं। वास्तव […] Read more » Livestock can become a strong medium of employment पशुधन रोज़गार का सशक्त माध्यम
मनोरंजन लेख विलुप्त होती कला को बचाने की चुनौती December 1, 2020 / December 1, 2020 | Leave a Comment अमरेन्द्र सुमनदुमका, झारखंड बड़े पैमाने पर आर्टिफिशियल (प्लास्टिक, फाइबर व अन्य मिश्रित धातुओं से निर्मित) वस्तुओं का उत्पादन और घर घर तक इनकी पहुँच से जहाँ एक ओर कुम्हार (प्रजापति) समुदाय के पुश्तैनी कारोबार को पिछले कुछ वर्षों से भारी क्षति का सामना करना पड़ा है, वहीं दूसरी ओर चीन निर्मित वस्तुओं का आयात और बड़े […] Read more » potters work on the verge of extinction vocal for local कुम्हार वोकल फॉर लोकल
पर्यावरण थार के संसाधनों पर मंडराता अस्तित्व का खतरा November 24, 2020 / November 24, 2020 | Leave a Comment दिलीप बीदावतबीकानेर, राजस्थान राजस्थान का थार क्षेत्र केवल बालू की भूमि ही नहीं है, बल्कि कुदरत ने इसे भरपूर प्राकृतिक संसाधनों से भी नवाज़ा है। लेकिन धीरे धीरे अब इसके अस्तित्व पर संकट के बादल गहराने लगे हैं। यह संकट मानव निर्मित हैं। जो अपने फायदे के लिए कुदरत के इस अनमोल ख़ज़ाने को छिन्न भिन्न करने पर आतुर […] Read more » An existential threat hovering over Thar resources थार के संसाधन
सार्थक पहल आपदा को अवसर में बदलती ग्रामीण महिलाएं November 22, 2020 / November 22, 2020 | Leave a Comment लीलाधर निर्मलकर भानुप्रतापपुर, छत्तीसगढ़ कोरोना महामारी ने देश-दुनिया की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ आम जनता की आर्थिक स्थिति को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। एक तरफ जहां लाॅक डाउन में लोगों का रोजगार छिन गया तो अनलाॅक होने के बाद भी लोगों को आसानी से काम नहीं मिल रहा है। शहरी क्षेत्रों में मजदूरों की आवश्यकता […] Read more » आपदा को अवसर