लेख सार्थक पहल शिक्षा का अलख जगाए रखने की जद्दोजहद September 13, 2020 / September 13, 2020 | Leave a Comment अमरेन्द्र सुमन दुमका, झारखंड लॉक डाउन की भयावह स्थिति से गुजरते हुए पिछले छह महीनें से विश्व के तकरीबन सभी छोटे-बड़े देश मैराथन बंदी का अभिशाप झेलने पर मजबूर हैं। इस दौरान पूरी दुनिया में जन जीवन पूरी तरह ठहर सा गया है। इस वैश्विक संकट में न तो स्कूल-काॅलेजों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को काॅपी-किताब के […] Read more » Struggle to keep education alive शिक्षा का अलख
पर्यावरण लेख प्लास्टिक की गिरफ़्त में इंसानी ज़िंदगी September 10, 2020 / September 10, 2020 | Leave a Comment रमा शर्मा जयपुर, राजस्थान आज के वैज्ञानिक युग में न केवल मानव विकास की रफ्तार बढ़ी है बल्कि विज्ञान ने इंसान के जीवन को और भी अधिक सरल और सुविधाजनक बना दिया है। हालांकि नई तकनीक के प्रयोग ने कई बिमारियों, चुनौतियों और समस्याओं को भी जन्म दिया है। विज्ञान और आधुनिक तकनीकों के प्रयोग […] Read more » Human life in plastic arrest प्लास्टिक प्लास्टिक की गिरफ़्त
लेख सरकारी नीतियों में उलझे उत्तराखंड के किसान September 8, 2020 / September 8, 2020 | Leave a Comment पंकज सिंह बिष्ट नैनीताल, उत्तराखंड कोरोना महामारी ने जिस तरह से पूरी दुनिया को प्रभावित किया है, उसकी गूंज सदियों तक इतिहास में सुनाई देती रहेगी। इस महामारी ने मानव जीवन के सभी क्षेत्रों को प्रभावित किया है। विशेषकर दुनिया भर की अर्थव्यवस्था इस महामारी की शिकार हुई है। दुनिया के सात सबसे विकसित देशों […] Read more » Uttarakhand farmers get entangled in government policies उत्तराखंड के किसान
महिला-जगत समाज नहीं रुक रहा महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध August 29, 2020 / August 29, 2020 | Leave a Comment शालू अग्रवाल, मेरठ कोरोना के आपदा काल में जब समूचा विश्व महामारी से बचाव के लिए जीवनोपयोगी वैक्सीन बनाने की कवायद में जुटा है, जब पूरी दुनिया इस आफत से मानव सभ्यता को बचाने में चिंतित है ऐसी मुश्किल घड़ी में भी महिलाओं की सुरक्षा एक अहम प्रश्न बनी हुई है, क्योंकि संकट की इस […] Read more » Crime against women Crime against women is not stopping महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध
महिला-जगत समाज महिलाओं के साथ भेदभाव करता है समाज August 24, 2020 / August 24, 2020 | Leave a Comment नरेन्द्र सिंह बिष्ट नैनीताल, उत्तराखंड भारत में हिंसा के सबसे अधिक केस महिलाओं से ही जुड़े होते हैं। जिनका रूप कुछ भी हो सकता है। हालांकि पुरूष प्रधान इस देश में हमेशा महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता रहा है। लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह भी है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कमतर आंका जाता है। […] Read more » Society discriminates against women महिलाओं के प्रति समाज की सोच नकारात्मक महिलाओं के साथ भेदभाव
जन-जागरण राजनीति लेख गोबर से बदलेगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था की सूरत August 21, 2020 / August 21, 2020 | Leave a Comment सूर्यकांत देवांगन कांकेर, छत्तीसगढ़ अब तक सड़क पर पडे़ जिस गोबर के पांव में लगने भर से हम आक्रोशित हो जाते हैं, वही गोबर अब छत्तीसगढ़ के लाखों किसानों और पशुपालकों के लिए आय का माध्यम बन रहा है। राज्य सरकार ने गोधन न्याय योजना के तहत प्रदेश भर में किसानों और पशुपालकों से गोबर खरीदने […] Read more » Dung will change the appearance of rural economy ग्रामीण अर्थव्यवस्था वर्मी कंपोस्ट
सार्थक पहल कहानी उनकी, जिन्होंने शिक्षा की लौ थामे रखा August 18, 2020 / August 18, 2020 | Leave a Comment अमित बैजनाथ गर्ग जयपुर, राजस्थान भारत समेत पूरी दुनिया इस समय जिस आपदा और संकट से गुज़र रहा है, उसे लंबे समय तक इतिहास में याद रखा जायेगा। मुश्किल की इस घड़ी में जब हर तरफ दुःख का ही सागर हो, ऐसे समय में कोई एक सकारात्मक पहल भी सुकून देने वाला होता है। विशेषकर […] Read more » Story of elderly people who held the flame of education शिक्षा की लौ
लेख हिंद स्वराज अपनी जान पर जोखिम, ताकि बची रहे आपकी जान August 13, 2020 / August 13, 2020 | Leave a Comment शालू अग्रवालमेरठ इस वर्ष का स्वतंत्रता दिवस पिछले तमाम वर्षों से अलग तरह से मनाया जा रहा है। हालांकि कोरोना काल की काली छाया के बावजूद जश्ने आज़ादी की धूम फीकी नहीं पड़ रही है। आज़ादी के इस जश्न में एक तरफ जहां स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जा रहा है वहीं कोरोना योद्धाओं का भी […] Read more » महिला पुलिसकर्मियों स्वतंत्रता दिवस
समाज वनवासी महिलाओं को मुख्यधारा से जोड़ने की ज़रूरत August 11, 2020 / August 11, 2020 | Leave a Comment नरेन्द्र सिंह बिष्ट नैनीताल, उत्तराखंड महिलाओं के जीवन और उनके अधिकारों के संबंध में आज भी भारतीय समाज दोराहे पर खड़ा है। एक तरफ जहां उसके बिना समाज का अस्तित्व मुमकिन नहीं माना जाता है वहीं दूसरी ओर उसे उसके सभी अधिकारों से भी वंचित रखने का प्रयास किया जाता है। हालांकि पितृसत्तात्मक समाज की बहुलता होने के […] Read more » वनराजि समुदाय वनवासी महिला
विविधा सब पढ़ें-सब बढ़ें, लेकिन कैसे? August 4, 2020 / August 4, 2020 | Leave a Comment राजेश निर्मल देश में 34 साल बाद एक बार फिर से शिक्षा नीति में बदलाव होने जा रहा है। अच्छी बात यह है कि यह बदलाव प्राथमिक स्तर पर भी की गई है। यानि बच्चों के बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने पर भी ज़ोर दिया गया है। नई नीति के तहत इस बात पर फोकस किया गया है कि […] Read more » सब पढ़ें सब बढ़ें
लेख समाज कोरोना काल में विस्थापित मज़दूरों के बच्चे July 28, 2020 / July 28, 2020 | Leave a Comment पूजा मारवाह जब कोविड-19 से संबंधित काम करने वाली एक सहायता समूह के सदस्य ने सात साल की बच्ची आशा (बदला हुआ नाम) से मुलाकात की तो उस समय वह अपने चार साल के भाई की सुरक्षा कर रही थी। क्योंकि उसके माता पिता कहीं खाने की व्यवस्था करने गए हुए थे और वह बच्ची बहुत ही […] Read more » Children of workers displaced during the Corona period कोरोना काल में विस्थापित मज़दूरों के बच्चे
समाज गरीब महिलाओं का जीवन कोरोना से अधिक डरावना है July 23, 2020 / July 23, 2020 | Leave a Comment दिलीप बीदावत किसी भी प्रकार की आपदा का सबसे अधिक प्रभाव सामाजिक, आर्थिक रूप से पिछड़े समुदायों पर पड़ता है। आर्थिक नुकसान के रूप में भले ही मध्यम व उच्च आय वालों को अधिक नुकसान होता है, लेकिन जो वर्ग सामान्य समय में निम्न आय से अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते, किसी भी […] Read more » गरीब महिलाओं का जीवन