समाज मोदी ने मुसलमानों का बोझ उतार दिया! July 9, 2017 | Leave a Comment पश्चिम एशिया की एक संकरी पट्टी में स्थित इस्राइल की स्थापना को अगले साल 70 वर्ष पूरे होंगे। ब्रिटिश गुलामी से मुक्त होकर विखंडीत रूप में ही सही लेकिन स्वतंत्र होकर भारत को इस वर्ष अगस्त में 70 साल पूरे होंगे। यानि ये एक के बाद एक जन्मे हुए भाई है। लेकिन इस दौरान उनकी ओर इस्राइल नामक देश की […] Read more » इस्राइल मुसलमानों का बोझ मोदी
विविधा खुलना ढोंग की परतों का! December 3, 2016 | 1 Comment on खुलना ढोंग की परतों का! “हिंसा का जवाब हिंसा से देना उचित नहीं है। भारत-पाकिस्तान के बीच समस्याओं का जवाब युद्ध से नहीं मिलेगा। देश में ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ के द्वारा युद्धज्वर फैलाना गलत है।” – मेधा पाटकर. “मोदी सरकार ने दो वर्षों के अंतराल में घृणा और द्वेष का माहौल फैलाया है।…देश के सभी लोगों को मिलकर उन्हें पराजित करना […] Read more » खुलना ढोंग की परतों का
जन-जागरण टॉप स्टोरी मीडिया साहित्य तब कहां गया था तुम्हारा धर्म? November 3, 2015 / November 3, 2015 | Leave a Comment किसी जंगल में शिकार का दौर चलता है, तब आम तर पर कुछ लोग जानवर के पीछे आवाज लगाते चलते है। ये लोग जानवर को एक दिशा में धकेलते है ताकि असली शिकारी उसकी शिकार कर सकें। फिलहाल देश में पुरस्कार वापसी का जो दौर चला है, वह इसी प्रथा की याद दिलाता है। अपने […] Read more » Featured samman vapsi तब कहां गया था तुम्हारा धर्म? पुरस्कार वापसी
विविधा हिंदी दिवस मेरी भाषा – भविष्य की भाषा September 9, 2015 | 2 Comments on मेरी भाषा – भविष्य की भाषा हमारे यहां एक आम धारणा है, कि अंग्रेजी भविष्य की भाषा है और आनेवाले समय में रोजगार कमाना हो, तो अंग्रेज का कोई विकल्प नहीं है। फर्राटे से अंग्रेजी बोल पानेवाले लोगों की चालढाल से अभिभूत लोगों के गले से यह भ्रांति आसानी से उतारी जा सकती है। लेकिन वास्तविकता कुछ और कहती है। यह […] Read more » Featured भविष्य की भाषा
विविधा हिंदी दिवस चुनौती किसकी? हिंदी या अंग्रेजी की? August 24, 2015 / August 24, 2015 | 5 Comments on चुनौती किसकी? हिंदी या अंग्रेजी की? भारत के 69वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली से भाषण कर रहे थे वहीं ट्वीटर प्रदेश में कुछ अलग ही घमासान हो रहा था। हिंदी की सख्ती रोको (StopHindiImposition), यह नारा लोकप्रियता की पायदानें चढ़ रहा था। मोदी के हिंदी से लगाव की महीमा पिछले एक-डेढ़ वर्ष में […] Read more »